छत्तीसगढ़

कांग्रेस की पोस्टरबाजी पर भाजपा का पलटवार - नड्डा कौन हैं, कहना राहुल का ओछापन

Admin2
21 Jan 2021 5:58 AM GMT
कांग्रेस की पोस्टरबाजी पर भाजपा का पलटवार - नड्डा कौन हैं, कहना राहुल का ओछापन
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जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर पलटवार हमला किया है। उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा कौन हैं, ये हमें बताने की जरूरत नहीं सारा देश जानता है और सारा देश यह भी जानता है कि पप्पू कौन है। प्रदेश की जनता और देश की जनता को समझना चाहिए कि जो इस तरह की बातें करने वाले कितने अज्ञानी लोग हैं।

अग्रवाल ने आगे कहा कि मुझे लगता है यह ओछापन है.. एक तरीके का छोटापन है। यह जनता के बीच राजनीतिज्ञों की छवि गिराने की कोशिश है। ऐसे लोगों को जनता से सम्मान की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। बृजमोहन अग्रवाल रायपुर में भाजपा कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत के दौरान यह बातें कह रहे थे।

ये है पूरा मामला

दरअसल राहुल गांधी ने जेपी नड्डा की तरफ से उठाए सवालों का जवाब देते हुए यह कहा कि आखिर जेपी नड्डा है कौन, क्या वह हिंदुस्तान के प्रोफेसर हैं जो मैं उनकी बातों का जवाब दूं। मंगलवार को राहुल गांधी की प्रस्तावित प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले जेपी नड्डा ने चीन, कृषि कानून, और कोविड-19 के मुद्दों पर कुछ सवाल ट्वीट के जरिए राहुल गांधी से पूछे थे।

बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि डी पुरंदेश्वरी के हंटर से कांग्रेस कांप रही है। असल में यह उस बयान का पलटवार था जो एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने दिया था। भूपेश बघेल ने भाजपा के 22 जनवरी के विरोध प्रदर्शन पर कहा कि भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी का हंटर चल रहा है, इसलिए भाजपा के नेता सरकार के खिलाफ सक्रिय हुए हैं और आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं।

बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सरकार की कृषि नीतियों पर सवाल उठाते हुए कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुरानी फसलों का न तो पेमेंट हो रहा है, ना ही किसानों की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें बोनस के पैसे भी नहीं दिए जा रहे। मैंने विधानसभा में सरकार से सवाल पूछा था जिसमें आधिकारिक तौर पर मुझे जवाब दिया गया कि 4 लाख 17 हजार टन पिछले साल का धान यूं ही पड़ा हुआ है। इसकी कीमत लगभग 1300 करोड़ है। इस धान की मिलिंग नहीं हुई। इसकी जिम्मेदारी किसकी है, यह सरकार को तय करना चाहिए। आखिरकार वह जनता का पैसा है। क्या सरकार मिलिंग ना हो पाने के मामले में अपराध दर्ज करेगी। छत्तीसगढ़ से धान का कटोरा कहलाने का सौभाग्य भी पंजाब ने छीन लिया। पंजाब छत्तीसगढ़ से 3 गुना ज्यादा धान की पैदावार कर रहा है, यह सरकार की गलत नीतियों की वजह से है।

22 को भाजपा करेगी कलेक्ट्रेट का घेराव

भाजपा कार्यालय में आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का असल मकसद 22 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन की जानकारी देना था। बृजमोहन अग्रवाल के सियासी प्रतिद्वंदी माने जाने वाले राजेश मूणत, उनके साथ प्रेस कॉन्फ्रेस के लिए आए। राजेश मूणत ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को शुरू में होस्ट किया और उसके बाद माइक बृजमोहन अग्रवाल को थमाया। इसके बाद अग्रवाल ने बताया कि 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ के तमाम जिलों में कलेक्ट्रेट घेराव का कार्यक्रम किया जाएगा। भूपेश बघेल सरकार की नीतियों की वजह से किसान परेशान हैं। विरोध प्रदर्शन में भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री और राज्य की प्रभारी डी पुरंदेश्वरी शामिल होंगी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे।

रायपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चिपकाए पोस्टर

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछ दिया था कि 'ये नड्डा कौन हैं?Ó जिनके सवालों का जवाब मैं दूं। उसके थोड़ी देर बाद ही कांग्रेस सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गई। इधर, रायपुर में कांग्रेस उससे दो कदम आगे निकल गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर की दीवारों, दुकानों के शटर और कार के शीशे पर 'ये नड्डा कौन हैÓ लिखा हुआ पोस्टर चिपका दिया है। मामला मंगलवार का है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली थी। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया पर उनसे कुछ सवाल पूछे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने उनसे नड्डा के सवालों के बारे में पूछा। राहुल गांधी ने उलटकर पूछा कि ये नड्डा कौन हैं? वे हिंदुुस्तान के प्रोफेसर तो हैं नहीं कि उनकी हर बात का जवाब दूं। इस बयान के बाद देश भर में कांग्रेस का सोशल मीडिया विभाग सक्रिय हो गया है। वरिष्ठ नेताओं से लेकर कनिष्ठ कार्यकर्ताओं के सोशल मीडिया हैंडल पर यह सवाल उठाया जाने लगा। रायपुर में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ्र-4 साइज के पेपर पर इस सवाल का प्रिंट निकाला और शहर की कई दीवारों पर चिपका आए।

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