रायपुर। बिरगांव पार्षद के भतीजे की हत्या के तीनों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया। पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि हत्या के लिए तेलीबांधा क्षेत्र से चाकू खरीदा गया था। शव को दफनाने के साथ गड्ढे में नमक डाला था, ताकि कुछ दिनों में पूरी तरह गल जाए। पुलिस चाकू की तलाश कर रही है।
आरोपियों को घटना स्थल ले जाकर रिक्रिएशन आफ क्राइम सीन करवाया गया। इस दौरान फिरोज खान और विश्वनाथ राव ने पुलिस को बताया कि हत्या की योजना पहले से बना ली गई थी। रामेश्वर नगर के पीछे माता मंदिर से कुछ दूर टीलानुमा जगह पर उन सब का नशा करने का अड्डा है। घटना दिवस 25 सितंबर की शाम को छह बजे वहां वे पहुंच गए थे और शराब पी रहे थे। योजना के तहत वाहेजुद्दीन उर्फ बाबू को भी बुलाया गया था। करीब सात बजे बाबू आया। सब ने गांजा पीया। बाबू को उस दिन जिद कर ज्यादा गांजा पिलाया। इसके बाद नाबालिग से छेड़छाड़ को लेकर बात शुरू हुई। दोनों तरफ से बहस होने लगी। इतने में फिरोज ने अपने पास रखे चाकू से बाबू के सीने में पहला वार कर किया। चाकू उसकी छाती को चीरते हुए पीठ में निकल गया। इससे वह नीचे गिर पड़ा और तड़पते हुए बेसुध हो गया। इसके बाद उसके गले में चाकू से पांच वार किए। लगभग पूरे शरीर पर ताबतोड़ वार किया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जमीन खोदने के लिए कोई औजार नहीं था। पास के एक निर्माण कार्य स्थल पर गए। वहां से फावड़ा, गैती लेकर लौटे और घटना स्थल से कुछ दूर रेलवे पटरी के किनारे गड्ढा खोदना शुरू किया। रात करीब 11 बजे तक गड्ढा खोदा। फिर उसमें नमक डाला और बाबू के शव को उसमें डालकर मिट्टी से पाट दिया। इसके बाद करीम खान उर्फ करीम लाला को फोन कर जानकारी दी।