छत्तीसगढ़

21 लाख रुपए का बायोडीजल जब्त, अवैध डीजल पंप का हुआ पर्दाफाश

Shantanu Roy
13 March 2022 2:22 PM GMT
21 लाख रुपए का बायोडीजल जब्त, अवैध डीजल पंप का हुआ पर्दाफाश
x
छत्तीसगढ़

भिलाई। छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र हथखोज की एक कंपनी में एक अवैध डीजल पंप का भांडाफोड़ हुआ है। कंपनी के भीतर पेट्रोल पंप का पूरा सेटअप मिला है। जहां पर फ्यूल डालने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाले नोजल, 10-10 हजार लीटर की दो टंकियां, प्रेशर पंप और एक टैंकर में भरा 29 हजार 452 लीटर बायो डीजल जब्त किया गया है। जिसकी कुल कीमत 21 लाख रुपये आकी गई है। कंपनी के भीतर करीब एक महीने से भी ज्यादा समय से डीजल का अवैध कारोबार किया जा रहा था।

पुलिस ने मौके से तीन लोगों को हिरासत में लिया है। जिसमें डीजल का अवैध कारोबार करने वाले दो लोग समेत टैंकर चालक भी शामिल है। लेकिन, पुलिस ने इस मामले में खुद कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि, पूरा मामला खाद्य विभाग को सौंप दिया। इससे पुलिस की नीयत पर भी प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। जानकारी के मुताबिक रविवार की दोपहर में पुरानी भिलाई पुलिस ने औद्योगिक क्षेत्र हथखोज स्थित दुर्गा स्टील रोल्स कंपनी में दबिश दी। कंपनी के पीछे वाले हिस्से में एक पूरा अवैध डीजल पंप संचालित हो रहा था।

यहां पर 10-10 हजार लीटर की दो टंकियां और एक नोडल सेट लगाया गया था। जिसमें टैंकर से डीजल भरकर गाड़ियों में भरा जाता था। पुलिस ने मौके से राजा तालाब के पास मिर्जापुरा वाराणसी उत्तर प्रदेश निवासी चंद्रशेदखर सिंह (40), ग्राम आसोदा अंबेडकर नगर राम मंदिर के बाजू जलगांव महाराष्ट्र निवासी दीपक बिरादे (25) और टैंकर चालक प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश निवासी संजय यादव (45) को हिरासत में लिया। चंद्रशेेखर सिंह ही दीपक बिरादे के साथ मिलकर इस कंपनी में डीजल का अवैध कारोबार करता था।

वहीं संजय यादव अलग-अलग जगह से चोरी का डीजल लेकर कंपनी में आता था। पुलिस ने जो गाड़ी जब्त की है, वो दमनद्वीप की है। चालक संजय यादव ने पुलिस को बताया कि वो इस बार डीजल की खेप तलुजा नवी मुंबई से लेकर आया था। उक्त कंपनी प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश निवासी समर सिंह की है। करीब महीने भर से इस कंपनी में डीजल का अवैध कारोबार किया जा रहा था। बीते 22 फरवरी को डीजल की खेप खत्म होने के बाद रविवार को दूसरी खेप पहुंची थी।

पुलिस ने मौके से जो डीजल जब्त किया है। वो 80 रुपये प्रति लीटर के दर से बेची जा रही थी। जबकि बाजार में सामान्य डीजल की कीमत 92.64 रुपये प्रति लीटर है। बायो डीजल की कीमत सामान्य डीजल से करीब तीन रुपये कम है। बाजार से कम कीमत पर मिल रहे डीजल को देखकर स्पष्ट है कि यहां पर चोरी की डीजल बेचा जा रहा था। इसमें कुछ ट्रांसपोर्टर और शहर के बड़े लोगों का भी हाथ होने की चर्चा है। हथखोज के कुछ ट्रांसपोर्टर और कंपनी संचालक चोरी के डीजल का इस्तेमाल करते थे।
इस कार्रवाई के बाद पुरानी भिलाई पुलिस सवालों के घेरे में है। पुलिस ने पूरा मामला खाद्य विभाग के हवाले कर दिया। जबकि इस मामले में विस्फोटक अधिनियम की कार्रवाई की जा सकती थी। क्योंकि दो साल पहले खुर्सीपार थाना क्षेत्र में भी अवैध डीजल पकड़ाया था। उस मामले में खुर्सीपार पुलिस ने विस्फोटक अधिनियम की कार्रवाई की थी। इस मामले में पुरानी भिलाई पुलिस भी ये कार्रवाई कर सकती थी। लेकिन, पुलिस ने ऐसा नहीं किया। इससे पुरानी भिलाई पुलिस की नीयत पर प्रश्नचिह्न लग रहा है।
इस मामले में पुरानी भिलाई थाना के टीआइ विनय सिंह बघेल ने कहा, हमने सीआरपीसी की धारा 102 के तहत माल जब्त कर खाद्य विभाग को सौंप दिया है। आगे की कार्रवाई वहां से की जा रही है। यदि खाद्य विभाग से जांच प्रतिवेदन मिलता है तो यहां पर भी उचित कार्रवाई की जाएगी।
Shantanu Roy

Shantanu Roy

    Next Story