- महंगे शौक पालने वालों का गिरोह शाम होते ही निकल पड़ता है शिकार की तलाश में
- नशेड़ी लुटेरों को पुलिस का खौफ नहीं, सुरक्षित जोन बना जीई रोड
- बिना साइलेंसर वाले बाइक में स्टंट मारकर बाइकर्स गैंग लूट को दे रहे अंजाम
- नगर घड़ी चौक से भगतसिंग चौक तक बाइकर्स लुटेरों का गैंग सक्रिय
- पुलिस और प्रेस कर्मियों को भी नहीं छोड़ रहे हैं लुटेरे
- सूनी सडक़ों पर गुंडे-बदमाशों का जमावड़ा
- आउटर की कॉलोनियों में लोगों का निकलना मुश्किल, छेड़छाड़, लूटपाट की घटनाएं बढ़ी
- कमल विहार, सेजबहार व देवपुरी व आउटर की कॉलोनियों के लोग दहशत में
- पुलिस पेट्रोलिंग सूनी सडक़ों और अंदरुनी इलाकों में नहीं होने से बदमाशों के हौसले बुलंद
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में गुंडे बदमाश और लुटेरे कानून का मखौल उड़ा रहे हैं। ऐसा लगता है पुलिस का डर ख़त्म हो गया है या ऐसा लगता है कि पुलिस प्रोटोकाल या अन्य प्रशासनिक कार्य में व्यस्त रहने के कारण ध्यान नहीं दे पा रही है। लुटेरे पुलिस और प्रेस कर्मियों को भी नहीं बख्श रहे हैं। इनका हौसला इतना बढ़ गया है कि वे किसी को भी अपना निशाना बनाने लगे हैं। गली-मोहल्लों में छोटे-छोटे विवादों पर मारपीट-चाकूबाजी आम हो गई है। ऐसी प्रकार जुआ-सट्टा पर लगाम नहीं लगने के पीछे एक कारण कई नेताओं के इन धंधों में लिप्त होना है। राजधानी के कई इलाकों में इनके अड्डे चल रहे हैं। जिसे या तो ये स्वयं हेंडल करते हैं या उनके समर्थक। कई नेता अपने इलाके में सक्रिय सटोरियों और जुआ का फड़ चलाने वालों को महफिल जमाने में परोक्ष रुप से मदद पहुंचाते हैं।
मोबाइल लुटेरे सक्रिय
मोबाइल लुटेरे घड़ी चौक से एसआरपी चौक (भगतसिंग चौक) में काफी सक्रियता दिखा रहे हैं। घड़ी चौक से भगत सिंह चौक के बीच तेजी से गाड़ी चलते हुए राह चलते लोगों का पालक झपकते ही मोबाइल लूट कर भाग जाते हैं। पिछले दिनों एक मीडिया कर्मी भी इन लुटेरों का शिकार हो गया था। इसी तरह पचपेड़ी नाका से सेजबहार और देवपुरी से वीआईपी रोड को जोडऩ़े वाला कमल विहार के रास्ते में अब आए दिन गुंडे-बदमाशों को जमावड़ा लगा रहता है, रात होते ही कमल विहार के रोड में चेन स्नेचिंग करने वाले युवक घूमते नजऱ आते है। राजधानी में कमल विहार के पहले गेट में एक बस्ती है जहां रोज शराबियों की महफि़ल जमती है। कमल विहार में बने घरों और कालोनियों को शहर के सबसे पॉश इलाकों में से एक माना गया है। मगर उसके बाद भी इस रास्ते में लोगों से चाकूबाजी, लूट, हत्या, गांजा तस्करी और बड़े-बड़े अपराध होते है। लोगों से मोबाइल और लूटने वाला गिरोह कमल विहार के आस-पास ही बैठा रहता है। जैसे ही किसी अकेले व्यक्ति को गाड़ी में जाते देखते है तुरंत उसका पीछा करके उसे लूट लेते है। अधिकांश लोग एफआईआर कराने नहीं जाते क्योंकि कई प्रकार की औपचारिकता पूरी करनी पड़ती है लोग इस झंझट में पडऩा नहीं चाहते, सिर्फ नया सिम प्राप्त करने के लिए थाने में सूचना दर्ज कराते है।
पार्किंग-नुक्कड़ में भी दादागिरी
अपराधियों के हौसले अब इतने बुलंद हो चुके है कि हर जगहों पर पार्किंग के नाम पर वसूली का काम शुरू कर दिया है, लोगों के सवाल पूछे जाने पर पार्किंग की फीस ले रहे है ऐसा बहाना बनाकर ये अपराधियों के गुर्गे आम जनता को परेशान कर रहे है। अब अस्पतालों के बाहर सायकल, बाइक, कार पार्किंग का ठेका लेने वाले लोग अपराधियों का खौफ दिखाकर लोगों से अवैध वसूली करने में लगे हुए है। ऐसे पार्किंग में बैठने वाले लोग अपराधियों से ही जुड़े हुए होते है। ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
अपराधों में अब नाबालिग भी हो रहे शामिल
राजधानी में बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए ऐसा लग रहा हैं कि अपराधियों में पुलिस का खौफ ख़त्म होने लगा हैं। रायपुर जैसे शहर में हुक्का, सिगरेट, जुआ-सट्टा, गांजा, शराब, और अन्य आपराधिक गतिविधियां का जारी रहना आम बात हैं। राजधानी में बढ़ते जा रहे अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ने बहुत से अभियान भी चलाए लेकिन सौ फीसदी सफलता नहीं मिली। मगर इन सभी मुद्दों से हटकर एक बात पता यह भी है कि जो भी अपराध आज हो रहे हैं चाहे वो चोरी हो या फिर लूट हो या फिर बलवा या फिर हत्या हो इन सभी मामलों में आरोपी नशेड़ी ही मिले है। मगर उन आरोपियों में एक न एक नाबालिग भी शामिल हैं। रायपुर के पुराने और कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अपने गुर्गों की मदद से नाबालिगों को नशे का आदि बनाकर अपने पास रखे हथियारों को देकर आपराधिक गतिविधियों में शामिल करते जा रहे हैं जो कि पूरी राजधानी को खोखला बनाती जा रही हैं।
एक लाख का मोबाइल पार
तेलीबांधा क्षेत्र में एक युवक के जैकेट में रखा एक लाख रुपए का मोबाइल चोरी हो गया, टाटीबंध निवासी विशेष शाह एचपी गैस एजेंसी टाटीबंध के संचालक है, 26 जनवरी की शाम वे अपनी कार सीजी 04 एम 0012 से अपने परिवार के साथ मरीन ड्राइव के पास सामान खरीद रहे थे, तभी उनके जैकेट से रखा फोन चोरी हो गया। इसकी शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर तेलीबांधा पुलिस मामले की जांच कर रही है।