छत्तीसगढ़

हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी में नॉन टीचिंग भर्ती को लेकर हुए बड़े घोटाले

Shantanu Roy
25 May 2024 10:34 AM GMT
हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी में नॉन टीचिंग भर्ती को लेकर हुए बड़े घोटाले
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छग

रायपुर। प्रदेश में कानून व्यवस्था को संभालने के लिए पुलिस और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए वकील और जज अपना काम सदियों से करते आ रहे है। मगर वही बात की जाए एक हिदायतुल्लाह विश्वविद्याल की जहां योग्य लोगों को विश्वविद्याल के सभी कामों को करने की बागडोर देने के बजाय विश्वविद्यालय परिवार अपने चहेतों को नौकरी पर लगवा रहे है और काबिल लोगों को नौकरी ना देकर लोगों को बेरोजगार बनाया जा रहा है। RTI पत्र से मिली जानकारी के अनुसार हिदायतुल्लाह विधि विश्वविद्यालय नवा रायपुर में साल 2022 में नॉन टीचिंग पदों की नियुक्ति में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें जिसमें एडमिस्ट्रेटिव कम ल्लाइजनिंग ऑफिसर - मनीष तिवारी, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर - संगीता मदान रिसायली मिश्रा, असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर - श्रुतिकांत शर्मा, कैंपस सुपरवाइजर - नवरतन सिंग, लाइब्रेरी अटेंडेंट - मंजू कनवर जैसे पर्दों में अपने चहेतों को नियुक्ति देने हेतु भर्ती में घोर अनियमितताएं बरती गई। RTI पत्र से मिली जानकारी के अनुसार विश्वविद्याल के वाइस चांसलर डॉ. वीसी विवेकानन्दम की इस मामलें में पूरी जिम्मेदारी भी बनती है। RTI आवेदन लगाने वाला कोई सामाजिक कार्यकर्ता है जिसका जनता से रिश्ता से कोई संबंध नहीं है जनसरोकार के माध्यम से ये मामला सामने आया है जिसे प्रकाशित किया गया है।


जनता से रिश्ता के पाठकों,
हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी द्वारा अपना पक्ष रखे जाने के बाद हम, जनता से रिश्ता के निर्णय में हुई एक गंभीर त्रुटि के लिए खेद व्यक्त करते हैं और जाने-अनजाने में किसी व्यक्ति विशेष को बुरा लगा हो तो हम क्षमा प्रार्थी हैं, जिसके कारण 25 मई, 2024 को हमारी मीडिया आउटलेट वेबसाइट [https://jantaserishta.com] (https://jantaserishta.com) पर और 27 मई, 2024 को हमारे अख़बार में "हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी में नॉन टीचिग भर्ती को लेकर हुए बड़े घोटाले
" शीर्षक से एक गलत और अधूरा समाचार लेख प्रकाशित हुआ।
प्रकाशित लेख में गलत और अधूरी जानकारी थी और हमने हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से संपर्क किया जिनके द्वारा जवाब मिला कि इस घोटाले की उनकों कोई भी जानकारी नहीं है जिसकी वजह से हमारी कठोर तथ्य-जांच और सत्यापन प्रक्रिया में कमी आ गई।
हमें अपने पाठकों, हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और इसमें शामिल व्यक्तियों को हुई किसी भी परेशानी या असुविधा के लिए गहरा खेद है। विश्वविद्यालय से उचित सत्यापन के बाद यह पाया गया कि भर्ती की प्रक्रिया एक संहिताबद्ध प्रक्रिया के अनुसार की गई थी, जिसके तहत सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के माननीय न्यायाधीशों सहित हमारे देश के प्रतिष्ठित न्यायविदों को शामिल किया गया है, जिससे पक्षपात और भेदभाव की कोई संभावना नहीं है। इस प्रकार की जानकारी हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी के माध्यम से दी गई।
हमने स्थिति को सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं, जिसमें हमारी वेबसाइट से लेख को हटाना और हमारे समाचार पत्र में सुधार जारी करना शामिल है।
सादर,
जनता से रिश्ता टीम

विश्वविद्यालय ने नोटिफिकेशन के माध्यम से भर्ती विज्ञापन जारी किया गया था जिसमें अन्य पद सहित प्लेसमैंट कम पब्लिक रिलेषन आफिसर एवं एडमिनिट्रेटिव कम लाइजिनिंग आफिसर पदों पर अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता चाही गई थी। मगर विश्वविद्यालय ने अपॉइंटमेंट नोटिफिकेशन के माध्यम से भर्ती विज्ञापन वेबसाईट में जारी किया जिसमें अन्य पदों के साथ- साथ प्लेसमेंट कम पब्लिक रिलेषन आफिसर की जगह पब्लिक रिलेषन कम स्टुडेंट वेलफेयर आफिसर कर दिया गया और तो और इस पद के लिए एक 55 वर्षीय महिला (संगीता मदान रिसायली मिश्रा) को महज कुछ समय के लिए ही नियुक्त कर लिया गया, जबकि लेवल 6 के पद के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष है, 'एडमिनिट्रेटिव कम लाइजिनिंग आफिसर एवं असिस्टेंट अकाउंट आफिसर पदों पर निम्नलिखित अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता चाही गई थी मगर पूर्व भर्ती विज्ञापन से अलग अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता को बदल दिया गया।

अचानक 5 दिनों के भीतर ही विश्वविद्यालय ने अपॉइंटमेंट नोटिफिकेशन कमाक 0/2022 दिनांक 05. .2022 के माध्यम से फिर भर्ती विज्ञापन अन्य पदो के साथ-साथ पब्लिक रिलेषन कम स्टुडेंट वेलफेयर आफिसर, एडमिनिट्रेटिव कम लाइजिनिंग आफिसर एवं असिस्टेंट अकाउंट आफिसर पर्दों पर वेबसाईट में जारी किया। जिसमें फिर से अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता बदल दी गई।

इसी प्रकार विवि सरल सिसस कार्यरत एक को भर्ती विज्ञापन की योग्यता में इसी तृतीय श्रेणी के कर्मचारी की योग्यता के अनुरूप बदलाव कर, प्रथम श्रेणी अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है। उपरोक्त पद के लिए 4200 रुपये का ग्रेड वेतन और समकक्ष वेतनमान के अनुभव मानदंड को कैसे बदल दिया है। हटा दिया है जबकि पूर्व विज्ञापित भर्ती विज्ञापन के योग्यता एवं ग्रेड के आधार पर वह पुरी तरीके से अपात्र है और पात्रता रखने वाले अभ्यर्थियों को बिना कारण बताए द्वितीय चरण के साक्षात्कार में आमंत्रित तक नहीं किया गया।

अब सवाल यह उठता है कि वर्ष 2015 में विज्ञापित पदों के अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता को वर्ष सितम्बर 2022 के भर्ती विज्ञापन में परिवर्तन किया गया और इसके लगभग एक महीने पश्चात नवम्बर 2022 में फिर वृहद परिवर्तन किया गया, क्या इस परिवर्तन को विवि के कार्यपरिषद या सक्षम प्राधिकारी को योग्यता में बदलाव का उचित कारण बताया गया है कि अमूख कारण से भर्ती विज्ञापन की योग्यता में झारी बदलाव किया जा रहा है और बदलाव का आधार यह है। क्या भर्ती की योग्यता में ऐसा भारी बदलाव विधिपूर्वक है और इसे परिवर्तन करने की आवष्यकता ही क्यों पड़ी। एक आर टी आई के तहत आवेदन में गोलमोल जवाब दिया गया।

ऐसा प्रतीत होता है कि किसी व्यक्ति विषेष के भर्ती के लिए करर्ती विज्ञापन की योग्यता में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है क्योकि इन पदो के लिए चयनित और कार्यरत व्यक्तियों की योग्यता भर्ती विज्ञापन की बदले हुए योग्यता से पुरी तरह से मेल खाती है। और मजे की बात ये है कि असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर - श्रुतिकांत शर्मा -2 वर्ष पहले ही बिना किसी विज्ञापन के सीधे संविदा आधार पर नियुक्त किये गये थे।
उसी संविदा कर्मचारी की योग्यता के अनुरूप हीं बदलाव कर नियुक्ति दे दी गई। इसी प्रकार के अनेक विज्ञापित पदो पर अपने मनचाहे कर्मचारियों को नियुक्ति प्रदान कर दी गई है जैसे एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गा जो कि कुलपति के बंगलो में खाना बनाने का कार्य करता था उसे सीधे केम्पस सुपरवाइजर बना दिया गया एवं उस खाना बनाने वाले चतुर्थ श्रेणी गा (मंजू कनवर) को भी लायबेरी अटेन्डेन्ट के रूप में नियमित भर्ती दे दी गई है।
वर्जन-
आपने गलत व्यक्ति से सवाल किया है मैं इसकी कोई जानकारी नहीं दे सकता हूं।- योगेंद्र श्रीवास्तव, EC सदस्य एवं प्रोफेसर हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी

वर्जन-

आप इस मामलें के लिए हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी की PRO से संपर्क करें वही जानकारी दे सकती है।- विपन कुमार, रजिस्टर प्रभारी

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