कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स में सीबीएसई क्लास 12 बोर्ड एग्जाम को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 1 जून को कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा कर सकते हैं. इसमें परीक्षा की अवधि डेढ़ घंटे से घटाकर आधा घंटे की जा सकती है. जानकारी के अनुसार, छात्रों के लिए 30 मिनट की अवधि के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा में उनसे ऑब्जेक्टिव यानी वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे.
बता दें कि रविवार को हुई राज्यों के शिक्षामंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद, शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों से 25 मई तक केंद्र के प्रस्ताव पर लिखित प्रतिक्रिया मांगी थी. बैठक के दिन ही 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) ने CBSE के 12वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया था. केवल चार राज्य दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा और अंडमान और निकोबार ने परीक्षाएं न कराने का सुझाव रखा था. इन राज्यों ने एग्जाम से पहले छात्रों और शिक्षकों के लिए वैक्सीनेशन की मांग उठाई थी. इसके अलावा अधिकांश राज्यों ने छोटे फॉर्मेट यानी डेढ़ घंटे (90 मिनट) के एग्जाम पर सहमति जताई है.
परीक्षा के लिए सहमति जताने वाले 32 में से लगभग 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने या तो CBSE के विकल्प B से सहमति जताई या मामले पर केंद्र के फैसले का समर्थन करने के लिए सहमत हुए. केवल राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना ने विकल्प A यानी मौजूदा फॉर्मेट में ही परीक्षा कराने का प्रस्ताव रखा.