मंच संचालन करने वाली महिला को मिली बड़ी उपलब्धि, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज की
धमतरी। धमतरी शहर की स्पीचकर्ता यानी मंच संचालन करने वाली कामिनी कौशिक का नाम अब गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जुड़ गया है. मंगलवार को विधिवत उन्हें प्रमाणपत्र, मेडल एवं टी-शर्ट देकर धमतरी कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी एवं सोनल राजेश शर्मा द्वारा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड सम्मान से सम्मानित किया गया.
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली कामिनी कौशिक ने बताया कि ''वह बचपन से स्कूल लाइफ से लेकर अब तक मंचों में स्पीच देते आ रही हैं, महिला होने के नाते यह स्वयं उनके लिए भी बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम आने का श्रेय परिवार एवं पूरे शहर वासियों को दी है. कामिनी इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षक के रूप पढ़ाती रही. इसलिए इंग्लिश में ही स्पीच देना पड़ता था.अब वह स्कूल सहित अन्य सार्वजनिक मंचों में भी इंग्लिश और हिंदी में स्पीच देती हैं.उन्होंने बताया कि गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए साक्ष्य देना होता है.जिसके लिए उन्होंने लगभग 1500 साक्ष्य पेश किए.तब कहीं जाकर सफलता मिली है.
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की सोनल राजेश शर्मा ने बताया कि '' छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले की कामिनी कौशिक को अधिकृत रूप से कलेक्टर के हाथों प्रमाण पत्र, और मैडल दिया गया. आज से कामिनी कौशिक गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर होंगी. वह अब कहीं पर भी अपने नाम के साथ गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर जोड़ सकती है. लोगो भी लगा सकती हैं. साथ ही कामिनी कौशिक ने 1505 साक्ष्य प्रस्तुत किया है, जिससे रिकॉर्ड तय होता है. जिस कारण से गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में कामिनी कौशिक का नाम चढ़ाया गया है. धमतरी जिले के सिहावा क्षेत्र में 12 जनवरी को एक बच्चे ने भी रिकार्ड बनाया था,जिनको मुख्यमंत्री के हाथों गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण से सम्मानित किया गया है.