छत्तीसगढ़

भूपेश बघेल के कार्यक्रम निरस्त, पूर्व विधायक की पत्नी ने लगाया था आरोप

Shantanu Roy
13 March 2024 7:01 PM GMT
भूपेश बघेल के कार्यक्रम निरस्त, पूर्व विधायक की पत्नी ने लगाया था आरोप
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छग
रायपुर। लोकसभा चुनाव से पहले ही पुर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में अड़चन अटकलें शुरू। पूर्व विधायक स्व देवव्रत सिंह बाबा की धर्मपत्नी रानी विभा सिंह का बड़ा आरोप खुले तौर पर रानी विभा सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक देवव्रत सिंह मेरे पति का राजनीतिक स्वार्थ के लिए रोटी सेंकने का काम किए हैं भूपेश बघेल। इस कारण पूर्व विधायक की धर्मपत्नी ने कलेक्टर से की शिकायत यह मामला सामने आने के बाद राजनीतिक क्षेत्र में भूचाल मच गया।

दिवंगत राजा पूर्व विधायक देवव्रत सिंह के मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम देर रात निरस्त हुआ. गौरतलब हो कि राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सीएम भूपेश बघेल गुरुवार 2 बजे दिवंगत राजा देवव्रत सिंह का मूर्ति अनावरण करने वाले थे. इस कार्यक्रम सबंधी प्रोटोकाल कांग्रेस की ओर से जारी किया गया था. इसकी भनक जैसे ही दिवंगत राजा की धर्मपत्नी रानी विभा सिंह का दर्द छलक पड़ा था और कलेक्टर सहित मुख्यमंत्री को मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम पर रोक लगाने पत्र लिखा था।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम जैसे ही लोकसभा के लिए प्रत्याशी बनाया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राजनांदगांव दौरा शुरू हो गया है और राजनीतिक बैठक लेना भी शुरू कर दिए हैं और प्रवास का दौर भी शुरू हो गया है। 14 मार्च को भी भूपेश बघेल खैरागढ़ जिले के प्रवास पर रहेंगे और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठक लेंगे और कुछ मंदिरों में जाएंगे इसके बाद पूर्व सीएम स्व. राजा देवराज सिंह बाबा की प्रतिमा का अनावरण भी करने वाले हैं।
लेकिन पूर्व विधायक देवव्रत सिंह की मूर्ति अनावरण का खबर सामने आते ही राज परिवार की तरफ से एक नया विवाद सामने खड़ा हो गया है। बता दे कि स्व.देवव्रत सिंह पत्नी रानी विभा सिंह जी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम को रोकने के लिए कलेक्टर से लिखित शिकायत की है। रानी विभा सिंह ने आरोप लगाया है कि पुर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केवल अपनी स्वार्थ और पार्टी की स्वार्थ के लिए उनके पति के नाम का इस्तेमाल किए हैं और कर रहे हैं।
स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की प्रतिमा और अनावरण की आड़ में राजनीति कर रहें हैं। पुर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तो उन्होंने स्वर्गीय राजा का सिर्फ और सिर्फ अपमान किया। जिसके चलते राजा साहब ने जेसीसीजे ज्वाइन कर खैरागढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ कर विधायक बन गए। यहां तक रानी विभा सिंह ने कहा कि विधायक रहते देवव्रत सिंह के आकस्मिक निधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में फिर से राजनीतिक लाभ के लिए उनके निधन के बाद नाम और मूर्ति का हवाला देकर यहां के जनता के सामने एक विलाप के रूप में फायदा लूटने की कोशिश की जिसमें वे सफल हो गए। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने राजा साहब के परिवार वालों से कोई दुख पीड़ा कोई बात नहीं रखी। सामने लोकसभा चुनाव है जहां राजनांदगांव से स्वयं भूपेश बघेल कांग्रेसपार्टी से लोकसभा प्रत्याशी चुने गए हैं अब ये विवाद किस और जाएगा ये देखना हैं की कलेक्टर से शिकायत के बाद क्या एक्शन लेते हैं।
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