रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सरगुजा के लिए रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की. भाजपा द्वारा वायरल किए जा रहे वीडियो को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि 'वह महिला अपनी बात कर रही थी, वो दुःखी थी, अपनी पीड़ा बता रही थी, मुझे उस वक्त डांटना नहीं चाहिए. इस बात का मुझे दुःख है, लेकिन बीजेपी के लोग इस तरह का वीडियो अपलोड कर निम्न स्तर की राजनीति कर रही है. वे अपनी पोजीशन बचाने के लिए बदनाम करने की साजिश रचते हैं.'
छुट्टी पर बच्चों के स्कूल जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल जाऊंगा तो बच्चे मिलने आएंगे ही, बच्चो के परिजनों से मिल रहा हूं. आम के बगीचे, साल वृक्ष के नीचे बैठ रहे हैं. हमारा दौरा सामान्य है, जब रमन सिंह का दौरा होता था तो उनके दौरे में ही अरबों करोड़ों रुपए फूंक दिए जाते थे. हमारी योजनाओं से जनता काफी खुश है.
सीएम बघेल ने कहा कि इनको अपनी चिंता सता रही है, पीपल बरगद के पेड़ गांव में ही देखने को मिलते हैं, जिसका विस्तार होना चाहिए, इससे भाजपा को क्या तकलीफ है. ये वोट के लिए भगवान को मानते हैं और चुनाव के समय में जय श्री राम बोलते हैं. भगवान राम के मंदिर को लेकर काफी समय से केस चल रहा था. इन्हे लगा कि वोट मिल सकता है तब ये लोग आगे आए. संतोष पांडेय बताए कि 15 साल में इन्होंने राम वन पथ गमन का विकास क्यों नहीं किया. राम कृष्ण शिव हमारे जनजीवन में रचे बसे हैं भाजपा हमें ना सिखाए.
यह भेंट मुलाकात है या बदतमीजी और डांट है!
— Rajesh munat (@RajeshMunat) May 9, 2022
एक महिला की शिकायत का निराकरण करने की बजाय उससे इस तरह अभद्रता से बात करना कहां तक जायज़ है?@bhupeshbaghel जी जिस जनता पर आप झल्ला रहे हैं, चिल्ला रहे हैं, उसी ने आपको मुख्यमंत्री बनाया है, भूलिये मत।
याद रखना! यह अहंकार जल्द टूटेगा pic.twitter.com/n5fW47W86c