जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर 05 लाख 87 हजार 608 मिट्रिक टन धान की रिकार्ड खरीदी की गई। वहीं पिछले वर्ष की तुलना में 11 हजार 965 अधिक किसानों ने धान बेचे है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के मार्गदर्शन में जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का समुचित इंतजाम किया गया था। प्रत्येक केन्द्रों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई थी। जिनके द्वारा प्रतिदिन माॅनीटरिंग कार्य किया जा रहा था। खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में इस खरीफ सीजन में पंजीकृत 130180 किसानों से 587608 मिट्रिक टन धान का रिकार्ड उपार्जन किया गया। जबकि गतवर्ष समर्थन मूल्य पर 111069 किसानों से 526315 मिट्रिक टन धान का उपार्जन किया गया था। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में 61293 मिट्रिक टन अधिक धान की खरीदी की गई। कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ राज्य में समृद्ध हो रही खेती-किसानी के लिए यह एक सुखद भविष्य का संकेत है। राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते धान की खेती के पंजीयन का रकबा और पंजीकृत किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। राज्य में खेती-किसानी को एक सम्बल मिला। कृषि छोड़ चुके लोग फिर कृषि कार्य की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में किसानों को अब तक 1015 करोड़ 11 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु जिले में 128799 हेक्टेयर के धान के रकबे का पंजीयन किया गया था। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के नोडल अधिकारी श्री आर के वारे ने बताया कि जिले के 18 बैंक शाखाओं के जरिए किसानों के खाते में आॅनलाइन भुगतान की व्यवस्था की गई है। किसान अपनी सुविधानुसार राशि आहरण कर रहे है। जिला सहकारी बैंक की जिले में 18 शाखाएं-बेमेतरा जिले में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की 18 शाखाएं संचालित है जिसके जरिए किसानों को धान उपार्जन की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित कर दी गई है। इन शाखाओं में बेमेतरा, जेवरा, बालसमुंद, दाढ़ी, साजा, देवकर, बेरला, देवरबीजा, परपोड़ी, नवागढ़, नांदघाट, संबलपुर, मारो, ठेलका, थानखम्हरिया, भिंभौरी, खण्डसरा एवं केंहका (चेचानमेटा) शामिल है।