Bemetara जिले के एक गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया। जब एक महिला ने 6 फीट के अजगर को गलती से हाथ में पकड़ लिया। बिस्तर के नीचे आराम से बैठे अजगर को देखकर महिला के होश उड़ गए। उसने दौड़ते हुए गांव वालों को बुलाया। जिसके बाद फॉरेस्ट की टीम को इसकी सूचना दी गई। लेकिन घंटो बीत जाने के बाद भी अधिकारी गांव नहीं पहुंचे। तब ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत के बाद 20 किलो वजनी अजगर का रेस्क्यू किया। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले की इस घटना में वन विभाग की लापरवाही सामने आई है।
बेरला क्षेत्र के ग्राम डेहरी निवासी रामचंद्र सिन्हा के घर में 6 फीट लंबा अजगर बिस्तर के नीचे आराम फरमा रहा था। रामचंद सिन्हा की पत्नी जब कमरे में सामान लेने पहुंची। तब गलती से उसका हाथ उसका हाथ अजगर में पड़ गया। महिला ने बताया कि उनके घरों में बिल्ली अधिकतर आते हैं। जिससे उन्हें बिल्ली के बच्चे होने का शक हुआ। जिसे बाहर निकालने की कोशिश महिला कर रही थी। लेकिन जब उन्होंने करीब से अजगर को देखा तो उनके होश उड़ गए।
महिला ने अजगर को हाथ महसूस करते, डरकर घर के बाहर दौड़ लगाई और गांव वालों को जोर-जोर से चिल्ला कर इकठ्ठा कर लिया। इस वक्त महिला बेहद घबराई हुई थी। महिला ने जैसे ही बताया कि घर में विशालकाय अजगर घुसा हुआ है। तब गांव वालों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। फॉरेस्ट विभाग के अधिकारियों ने भी जल्द ही टीम गांव भेजने की बात कही। लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी रेस्क्यू टीम गांव नहीं पहुंची।
वन विभाग के अधिकारियों के आश्वाशन पर घंटों इंतजार करने के बाद जब रेस्क्यू टीम गांव नहीं पहुंची। तब ग्रामीणों ने रामचंद्र सिन्हा के घर से स्वयं ही अजगर को निकालने के लिए जुगाड़ तैयार किया।उन्होंने एक लंबे बांस की मदद से बड़ी मशक्कत के बाद अजगर को बाहर निकाला, फिर एक सीमेंट की बोरी में भरकर वन क्षेत्र में छोड़ दिया। इस दौरान वन विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। किस आखिर सूचना मिलने के बाद भी गांव में कोई नहीं पहुंचा।