रायपुर। केन्द्र सरकार के गलत नीति के कारण पेट्रोल-डीजल के बेतहाशा मूल्य से परेशान थे। अब खाद्य तेल के बढ़ती कीमतों से लोगों के सामने विकट समस्या खड़ी कर दी है। केन्द्र सरकार के महंगाई पर बेपरवाह रवैये से सब परेशान है। जब से केन्द्र मे भारतीय जनता पार्टी के सरकार है तब से महंगाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। लोगों की बचत घटी है। महंगाई की सबसे ज़्यादा मार ग़रीबों पर पड़ी है और मध्यम वर्ग का भी जीवन बहुत मुश्किल हो गया है। मोदी जी महँगाई से थोड़ी बहुत निजात दिलायेंगे यह सोचकर जब भी कोई महिला घर का बजट तैयार करती है परन्तु हर हफ्ते आवश्यक वस्तु के कीमतों में वृद्धि हो जाती है हर बार निराशा ही महिलाओं के हाथ लगती है।
प्रदेश वंदना राजपूत ने बताया कि बेलगाम महंगाई ना केवल चिंताजनक है अपितु यह देश को दिशाहीन लक्ष्य की ओर लेकर जा रही है, जहाँ सिवाय पछतावे के और कुछ नहीं है लेकिन प्रधानमंत्री जी ने ना कभी इस पर चिन्ता की और ना बढ़ती हुई महंगाई को रोकने आवश्यक कदम उठाए। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते आर्थिक बदहाली से जूझ रहे आम उपभोक्ताओं पर महगांई की मार बढ़ती जा रही हैं। देश में बढ़ती महगांई को रोकने में केंद्र सरकार पूरी तरह से विफल रही हैं। मोदी जी ने 6 साल पहले से दस मिनट के भाषण में कितनी बार महगांई को कम करने की बात की है। जब से मोदी जी के हाथों में जनता ने केन्द्र की चाबी सौंपी है तब से महगांई बेलगाम होती चली जा रही हैं। डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों ने जनता के जेब पर डाका डाला है। डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों का असर आवश्यक दैनिक वस्तुओं पर पड़ा है। आज महगांई आसमान छू रही है। और अब जब प्रतिदिन दैनिक उपभोग की वस्तुओं के दामों में जब लगातार वृद्धि हो रही है केंद्र की सत्ता में बैठे लोग मूकदर्शक बन कर देख रहे हैं। पहले पैट्रोल-डीज़ल और अब लगातार बढ़ते हुए दामों के क्रम में खाद्य तेल भी शामिल हो गया है ।
मोदी सरकार की इस उपलब्धि के बारे में कभी खुलकर चर्चा की जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। केंद्र की सरकार भारत की भोली भाली जनता के साथ किस प्रकार लूट खसोट कर रही है।