छत्तीसगढ़

दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों

Nilmani Pal
20 Sep 2024 6:20 AM GMT
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

पिछली घटना लोग भूले नहीं होंगे जब भरी सभा में पूर्व मंत्री और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने भूपेंद्र सवन्नी को कह दिया था कि मेरे से ठीक से व्यवहार किया करो जी नहीं तो मैं तुम्हें ठीक कर दूंगा। सीनियर नेताओंके समझाईश के बाद मामला ठंडा हो गया। अब समय ने फिर पलटी मारी है कि पिछले कुछ दिनों से अखबारों से जानकारी मिल रही है कि सवन्नी अब मुख्यमंत्री के सलाहकार बनने वाले हैं। जनता में खुसुर फुसुर है कि पहले मंत्री रहे अजय चंद्राकर को सलाह देना उनको भारी पड़ गया था अब वे सीधे मुख्यमंत्री को सलाह देंगे। इसी बात पर मशहूर शायर डा. बशीर बद्र की एक शेर याद आया दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाए तो शर्मींदा न हों।

मदिरा प्रेमियों की अर्थ व्यवस्था में योगदान

सरकार मदिरा प्रेमियों को जगह-जगह चौक चौराहों में मदिरा सेवन न करें ये सोच कर शराब दुकानों के आसपास दूरी में अहातों के लिए टेंडर जारी कर ज्यादा बोली लगाने वालों को एक साल के लिए अहाते का लायसेंस जारी किया था। चूंकि अहाते बहुत अधिक कीमत पर बोली लगाकर लिए थे कुछ लोगों ने तीन चार महीनो में लायसेंस वापस कर दिए। और जो लोग अहाता चला रहे हैं वो भी बांस बल्ली के सहारे ठेले खोमचे लगाकर अहाता का संचालन कर रहे हैं। मदिरा प्रेमी अगर बाहर जाकर पीते हैं तो पुलिस वाले परेशान करेंगे बेचारे मदिरा प्रेमियों की उसी जगह को स्टार होटल समझ कर मदिरा सेवन करना मजबूरी हो गई है। एक मदिरा प्रेमी ने बताया कि शीघ्र ही मदिरा प्रेमी संघ बनाकर शासन-प्रशासन को ज्ञापन देंगे कि उनकी भी मांग को गंभीरता से लिया जाय जनता में खुसुर फुसुर है कि यदि दूसरे संघो की मांग प्रसाशन पूरा करती है तो इनकी भी सुनना चाहिए। आखिर देश-प्रदेश की अर्थ व्यवस्था में इनका बहुत बड़ा योगदान होता है।

सीधी ऊँगली से घी नहीं निकलती

पिछले दिनों सोशल मीडिया में बोला जा रहा था कि मुख्यमंत्री सीधे हैं और अफसर हावी हो रहे हैं लेकिन पिछले दिनों कलेक्टर कांफ्रेंस के बाद उनके तेवर देखने लायक हो गया है धड़ाधड़ फैसला लेने लग गए हैं। कल तक जो उनके सीधे होने का फायदा उठाने की सोच रहे थे वे भी सतर्क हो गए हैं। पिछले दिनों एक दो कलेक्टर एसपी को हटाने के बाद अब सीधे तौर पर फिर बोल दिया है कि पीएम आवास में कोताही बरतने पर सीधे कलेक्टर पर गाज गिरेगी यानि अब काम में कोताही मतलब सीधे राजधानी के लिए बोरिया बिस्तर लपेटना होगा। साथ ही आम जनता से सही ढंग से बात करने की नसीहत भी उन्होंने सभी अधिकारियों को दी है। जनता में खुसुर फुसर है कि सीधे ऊँगली से घी नहीं निकलती थोड़ी टेढ़ी करना जरुरी है।

सीमेंट के दाम पर कौन कर रहा राजनीति...

छत्तीसगढ़ में इऩ दिनों दाम बढ़ाने की राजनीति चल रही है। जिसे कोई खाता नहीं , पीता नहीं जिसका कोई पूछपरख नहीं उसके बाद भी राजनेता राजनीति चमकाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाते है। ताकि उनकी रोजी-रोटी चलती रहे। राशन ,पेट्रोल, रोजमर्रा की जरूरतों के सामानों की धड़ाधड़ बढ़ते कामतों पर मौन साधे रहे अचानक सीमेंट के भाव बढ़ते ही उनके भी भाव बढ़ गए । सदन से सडक़ तक की लड़ाई शुरू हो गई । जब राजनीति हो ही रही है तो राजनेता भी लगे हाथ रोटी सेंक रहे है। सीमेंट कंपिनयों ने जब प्रति बोरी 50 रुपए सीमेंट के दाम बढ़ाए तो पक्ष औऱ विपक्ष ने जमकर हमला बोला। बाजार में मांग नहीं होने के बाद भी अचानक राजनीतिक पार्टियों को भारी भरकम चंदा देने वाले कंपनियों के मालिकों ने बिना सोचे समझे सीमेंट के दाम बढ़ा राजनीतिक पार्टियों को मुद्दा दे दिया । चौतरफा दबाव के बाद व्यापारियों ने बढ़े हुए दाम वापस लेने की घोषणा कर दी। छत्तीसगढ़ में कंपनियों ने सीमेंट की कीमत 45 रुपये घटाने की घोषणा की। अब रिटेल में सीमेंट 255 से 265 रुपये प्रति बैग बिक रही है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि देश उद्योगपतियों से चल रहा है। रोटी-कपड़ा-मकान के लिए आमजनता को खून पसीना बहाना पड़ता है। तब जाकर घर का सपना पूरा होता है। उद्योगपित तो राजनीतिक पार्टियों को चंदा देकर अपना सपना पूरी करती है। इसलिए कभी भी महंगाई पर कोई आंदोलन नहीं करता है। जब सरकार में रहते है तो अपने ही काम की वाहवाही लूटते है, जब सत्ता से बेदखल हो जाते है तो महंगाई पर ठिकरा फोड़ते है। इसी को कहते है हम करे तो अदा तुम करो तो खता।

छत्तीसगढ़ सरकार सपना पूरा कर रही

छत्तीसगढ़ सरकार की जनहितकारी योजनाएं न सिर्फ आर्थिक सहायता प्रदान कर रही हैं, बल्कि राज्य की महिलाओं के सपनों को नई उड़ान भी दे रही हैं। ऐसी ही एक योजना है महतारी वंदन योजना, जिसने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के ग्राम टुंडरी की निवासी दुजेमती सोनवानी के जीवन में अद्वितीय बदलाव ला दिया है। दुजेमती, एक घरेलू महिला है, जो पहले कभी भी हवाई यात्रा करने के बारे में नहीं सोच पाई थीं, अब इस योजना की मदद से अपने इस सपने को साकार कर चुकी हैं। दुजेमती ने धीरे-धीरे इस राशि को एकत्रित किया और अपनी पहली हवाई यात्रा की योजना बनाई। जनता में खुसुर-फुसुर है कि विपक्षी नेता भी सरकारी योजना में खामियां निकाल कर सत्ता की पगडंडी बना रहे है। ताकि आने वाले समय में उनका भी सपना पूरा हो जाए। विपक्ष में बैठने से पहले हमने सपना ही नहीं देखा था कि हम विपक्ष में बैठेंगे पर बैठ गए अब एक सपना देख रहे जो सरकार पूरा करेगी। इसे कहते है सबका साथ सबका विकास।

वाह अमेरिका ...आह अमेरिका ...

उप मुख्यमंत्री साव ने अमेरिका में निर्माण स्थलों के भ्रमण के दौरान वहां कार्यरत आर्किटेक्ट्स और इंजीनियरों से चर्चा कर प्रयुक्त सामग्री, धातु एवं मशीनरी की जानकारी ली। उन्होंने छत्तीसगढ़ में उन्नत सडक़ परियोजनाओं और भवन निर्माण में आधुनिक तकनीकों व मशीनरी के उपयोग के संबंध में भी निर्माण विशेषज्ञों से चर्चा की। उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में उच्च गुणवत्ता की टिकाऊ सडक़ों और भवनों के निर्माण के लिए अमेरिका में प्रचलित नई तकनीकों और उपायों का विस्तृत अध्ययन कर लोक निर्माण विभाग में लागू करने पर विचार किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री साव अपने अध्ययन भ्रमण के दौरान न्यूयॉर्क, वाशिंगटन और सेन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदायों और छत्तीसगढ़ मूल के लोगों से भी मिले। जनता में खुसुर-फुसुर है कि विपक्षी नेता डिप्टी सीएम अध्ययन यात्रा को लेकर तरह -तरह के बतंगड़ बना रहे है कोई कह रहा है कि लौट तो गए है पर उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अमेरिका में देखे गए गुणवत्ता वाले निर्माण का छग में कैसे इप्नीमेंट किया जाए। इसलिए वो अपने अमेरिका संस्मरण साझा करते हुए अपने समथर्कों के साथ आह अमेरिका और वाह अमेरिका कह रहे है।

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