जांजगीर। परगहनी के लिए निकली बारात के पीछे ग्रामीण चूलमाटी के लिए जा रहे थे। संकरी गली में बारात से आगे निकलने की कोशिश में चूलमाटी में शामिल लोगों का बारातियों से विवाद हो गया। बारात एक आरक्षक के भाई की थी, जिसमें शामिल हाेने हसौद थाना के आरक्षक भी गए थे। विवाद के बाद ग्रामीणों ने बाराती पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी।
आरक्षकों ने घटना की सूचना थाना प्रभारी को दी तो थाना प्रभारी सिविल ड्रेस में अपने स्टॉफ के साथ मौके पर पहुंच गए और विवाद को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को ही बंधक बना लिया। थानेदार के बंधक बनने की सूचना मिलने पर डायल 112 और हसौद पुलिस की टीम पहुंची और ग्रामीणों को बताया कि जिन्हें बंधक बनाया गया है, तो वे थानेदार हैं तो ग्रामीणों ने थानेदार व आरक्षकों को छोड़ा। मारपीट में तीन आरक्षक घायल हो गए हैं।
हसौद पुलिस के अनुसार थाने में पदस्थ आरक्षक मिरी साहू के भाई की हरेठीखुर्द में 11 मार्च को शादी थी, जिसमें हसौद थाना में पदस्थ आरक्षक प्रमोद सोनंत भी छुट्टी लेकर दोस्त के भाई की शादी में शामिल हाेने गया था। बारात रात 9 बजे गांव पहुंची और बाराती डीजे की धुन में नाचते-गाते जा रहे थे। इसी बीच प्रमोद सोनंत का गांव के कुछ युवकों से विवाद हो गया और ग्रामीण युवक आरक्षक साथ मारपीट करने लगे। इससे घबराकर प्रमोद ने इसकी जानकारी मोबाइल से हसौद थाना प्रभारी नवीन पटेल को दी।
बारातियों के साथ ग्रामीणों द्वारा की जा रही मारपीट की खबर मिलते ही थाना प्रभारी नवीन पटेल अपने स्टाफ महेंद्र महेश्वरी, घनश्याम टंडन, मनोज कोसले सहित अन्य आरक्षकों के साथ हरेठीखुर्द पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश देने लगे, लेकिन सिविल ड्रेस देखकर ग्रामीण भी थाना प्रभारी और आरक्षकों के साथ मारपीट करने लगे। ग्रामीणों की मारपीट से आरक्षक प्रमोद सोनंत, महेंद्र महेश्वरी, घनश्याम टंडन, मनोज कोसले घायल हुए। चारों का मुलाहिजा हसौद अस्पताल में किया गया है।