महादेव एप के सरगना ने शादी के लिए बदला नाम, छपवाए चार रंग के कार्ड
रायपुर (जसेरि)। महादेव ऐप डायरेक्टर (सट्टा किंग) सौरभ चंद्राकर के विवाह समारोह में शामिल होने भिलाई का एक बाराती आज विस्तारा की फ्लाइट से दिल्ली होकर दुबई रवाना हुए। वहां से,भी क्रूज से मलेशिया जाएंगे। देश के सारे सटोरियों को पछाड़ते हुए सौरभ चंदा्रकर पहले नंबर पर आ गया है। दुनिया भर से सटोरियों का बॉस बनकर सट्टा की अँधेरी और गहरी दुुनिया में अपना सिक्का चला रहा है। महादेव बुक एप से आनलाइन सट्टा खिलाकर सट्टा किंग बने सौरभ चंद्राकर ने दुबई में जाकर अपनी पहचान बदल ली है। यह बात शादी के उस कार्ड के आधार पर कही जा रही है। जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि वो कार्ड सौरभ चंद्राकर की शादी का है। उसमें दूल्हे के नाम खुश्विक चंद्राकर लिखा हुआ है। दूल्हे के माता पिता का नाम वही है, जो सौरभ चंद्राकर के माता पिता का नाम है।
इससे यह तो स्पष्ट है कि सौरभ चंद्राकर ने अपना नाम बदल लिया है और दुबई में नाम बदलकर रह रहा है।13 फरवरी को सौरभ चंद्राकर की शादी होने वाली है। बताया जा रहा है कि इस शादी में शामिल होने के लिए उसने भिलाई दुर्ग के करीब साढ़े तीन सौ लोगों को न्योता भेजा है। शादी का पूरा कार्यक्रम मलेशिया में होगा। शादी के बाद पूरे मेहमानों को एक सप्ताह तक क्रूज में पर घुमाया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि शादी में पहुंचने वालों को सौरभ चंद्राकर पांच पांच लाख रुपये का रिटर्न गिफ्ट भी देने वाला है। शादी के कार्ड में दूल्हे के नाम खुश्विक चंद्राकर लिखा हुआ है, लेकिन माता पिता का नाम राजकुमारी चंद्राकर और रामेश्वर चंद्राकर है। सौरभ चंद्राकर के माता पिता का नाम भी यही। जबकि उसकी होने वाली पत्नी हर्षिता चंद्राकर का असली नाम मानसी चंद्राकर है और उसकी मां का नाम मीरा चंद्राकर और पिता का नाम युवराज चंद्राकर है। हर्षिता उर्फ मानसी की एक करीबी सहेली भी अभी उसके साथ दुबई में है। सौरभ चंद्राकर की शादी के लिए चार रंग के कार्ड छपवाए गए हैं। चारों कार्ड में पार्टी की जगह अलग है। हालांकि चारों पार्टियां मलेशिया में ही होगी, लेकिन किसी एक जगह पर ही सौरभ चंद्राकर और उसकी पत्नी उपस्थित रहेंगे। बाकि के तीन स्थानों पर ऐसी व्यवस्था की गई है कि वे वहां पर वर्चुअल स्टेज पर दिखेंगे। शादी समारोह में बालीवुड के कुछ कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देने के लिए मलेशिया पहुंच रहे हैं।