ज़ाकिर घुरसेना/कैलाश यादव
राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे में देश में काफी विवाद हुआ था। पूरी दुनिया इस वाकये को देख चुकी है। काफी दिनों से मामला ठंडा हो गया था लेकिन बीते दिनों फ्ऱांस ने इस सौदे में कथित भ्रस्टाचार की न्यायिक जाँच का आदेश दिया है साथ ही इसके लिए एक जज की नियुक्ति भी कर दी है। फ्ऱांस में हो रहे इस घटना क्रम ने भारत में भी सियासत गरमा दी है। कांग्रेस इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री से जवाब मांग रही है दूसरी और भाजपा इसे कांग्रेस की राजनीती बता रही है बहरहाल इस डील में कई लोग घेरे में थे। अनिल अम्बानी की रिलायंस कंपनी भी विवाद में आ गई थी। फ्ऱांस के तत्कालीन राष्ट्रपति ओलांद और उस समय के फाइनेंस मंत्री मैंक्रो से पूछताछ होने की जानकारी मिल रही है। आगे फ्ऱांस के फैसले से भारत पर क्या असर पड़ेगा वक्त बताएगा। 70 हजार करोड़ के इस डील को फाइनल करने के लिए करोडो रूपये कमीशन दिए जाने का भी आरोप कांग्रेस ने लगाया था जिसमे भारत सरकार के कुछ अधिकारियों को भी रिश्वत दिया जाना बताया जा रहा था। अब जो भी हो फ्ऱांस में क्या फैसला होता है देखना है।
जनता से जुडऩे की ललक
बिहार के पूर्व डीजीपी पांडेय जी सरकारी सेवा में ऊँचे ओहदे पर रहते तक सीधे आम जनता से दूर हो गए थे सो उन्होंने इस्तीफा देकर राजनीती में जाने का फैसला किया था और नीतीश कुमार की पार्टी ज्वाइन कर चुनाव लड़कर जनता की सेवा करना चाहते थे लेकिन उनकी ये हसरत पूरी नहीं हो पाई। नितीश कुमार ने उन्हें टिकट नहीं दिया। दिल में जनता की सेवा करने का जज्बा हिलोरे मार रहा था कही कुछ नहीं दिखा तो पांडेय जी प्रवचन करने लग गए. अब तो उन्हें आम जनता के नजदीक आने और उनकी सेवा करने से कोई रोक ही नहीं सकता।
भागवत के बयान के मायने
पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुसलमानो के साथ हिन्दुओं के रिश्ते किस प्रकार हो इस पर बयान दिया था। मोहन भागवत ने गाजियाबाद में कहा था यदि कोई हिन्दू कहता है कि मुसलमान यहाँ नहीं रह सकता तो वह हिन्दू नहीं है। भागवत का बयान कबीले तारीफ है, अगर भागवत जी यही बात जोर देकर योगी आदित्यनाथ और दूसरे राज्य के भाजपाई मुख्यमंत्रियों या उन कार्यकर्ताओं को बोलें जिनके राज्य में मॉब लिन्चिग की घटना ज्यादा होती है, तब बयान की सार्थकता दिखने को मिलती। उन्होंने यह भी कहा था कि गाय पवित्र जानवर है इसके नाम पर दूसरों को मार रहे हैं, वो हिंदुत्व के खिलाफ है। इसके पहले भी भागवत एक कार्यक्रम में बोल चुके हैं कि मुसलमानो के बिना हिंदुत्व अधूरा है। अब सवाल ये उठता है कि भागवत का बयान सिर्फ बयान तक ही सीमित न रहे तो सार्थक है वर्ना कई बयान आये एक बयान और आकर चला गया ऐसा न हो जाये। बयान में अमल भी होना चाहिए। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह चुनावी बयान हो। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा था कि सबका साथ-सबका विकास के साथ सबका विश्वास जरुरी है। लेकिन सबका विश्वास जीतने के लिए सबको सुरक्षा मिलना जरुरी है।
एक ओर भागवत दूसरी ओर अम्मू
एक ओर भगवत देश को एक सूत्र में बांधना चाहते हैं दूसरी ओर हरियाणा भाजपा के प्रवक्ता और विधायक सूरजपाल अम्मू गुडग़ांव में आयोजित एक महापंचायत में विवादित बयान देते हैं। इसी प्रकार देश की राजधानी दिल्ली एयर आसपास के इलाकों में प्रदर्शन के दौरान जामिया मिलिया इस्लामिया के सामने फायरिंग करने वाले आरोपी ने भाजपा के उक्त महापंचायत में भाग लिया और अल्पसंख्यकों के खिलाफ जहर उगला। जनता में खुसुर-फुसुर है कि एक ओर भागवत जी देश में हिन्दू मिस्लिम एकता पर बयान दे रहे है दूसरी ओर उन्ही के पार्टी के लोग भड़काऊ बयान देते हैं। सोशल मिडिया पर पूरे देश के लोगों ने इनके वीडियो को देखा लेकिन कानून के रखवाले इसे नहीं देख पाए अफ़सोस।
केसीआर नगर का उद्घाटन
मामला तेलंगाना का है, मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव एक सरकारी आवासीय प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने गए थे। आयोजकों रिबन काटने के लिए कैंची का इंतजाम नहीं किये थे फिर क्या मुख्यमंत्री जी ने हाथ से ही रिबन को तोड़ कर प्रोजेक्ट के उद्घाटन की रस्म अदा कर दिया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि उद्घाटन करना ही है तो कैंची के लिए इंतजार क्यों हाथ क्या कैंची से कम है।
बर न बिहाव छठ्ठी बर धान कुटाये के सलाह
हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानो के लिए दिल खोल दिया है, वे चाहते हैं कि प्रदेश के किसानो को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होनी चाहिए इसके लिए वे दिनरात मेहनत कर रहे हैं। 2500 रूपये प्रति क्विंटल के दर से धान खरीद कर इतिहास भी बनाया है भूपेश बघेल ने। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा किसानो पर दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अभी धान बोआई का समय है किसानो के लिए खाद उतना ही जरुरी है जितना प्यासे के लिए पानी की। जनता में खुसुर-फुसुर है कि जब तक किसी विषय के बारे में जानकारी न हो उस पर ज्ञान देना जग हंसाई का सबब बनता ही है। ये ऐसा ही हो गया जैसे बर न बिहाव छ_ी बर धन कुटाये के सलाह।
बंगाल में हिंसा की जाँच होगी
केंद्र सरकार ने कहा है कि बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जाँच होगी और सभी पर एफआईआर होगी। पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव के बाद हुई हिंसा की जाँच एसआईटी से कराने ,पीडि़तों को मुआवजा दिलाने और पीडि़त पक्ष को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए याचिका सुप्रीम कोर्ट में दी गई थी साथ ही कलकत्ता हाई कोर्ट ने भी इसकी जाँच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की ओर से समिति गठित करने के निर्देश को वापस लेने की ममता सरकार की मांग को रठुकरा दिया था क्योकि पीडि़तों को न्याय हर हाल में मिलनी चाहिए। जनता में खुसुर-फुसुर है कि बंगाल में जो हुआ सो हुआ, क्या उत्तरप्रदेश में सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहा था ?