बिलासपुर। माइक्रो फाइनेंस कंपनी का एजेंट लोन लेने वाली महिलाओं से किस्त की रकम वसूलकर बैंक में जमा नहीं करता था। उसने धोखाधड़ी की रकम से अपना मकान बनवा लिया। शिकायत पर पुलिस ने आरोपित बैंक एजेंट को लोरमी से गिरफ्तार किया है। आरोपित को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
कोटा स्थित भारत फाइनेंस कंपनी के हीरालाल साहू ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि कंपनी का कर्मचारी रूपेश चंद्रा निवासी ग्राम टिक्की, थाना मरवाही, जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ग्राहकों से वसूली का काम करता था। उसने बैंक के 14 ग्राहकों से करीब दो लाख 60 हजार वसूल लिए। उसने वसूली की रकम कंपनी में जमा करने के बजाए अपने पास रख लिया।
ग्राहकों से जब कंपनी के दूसरे कर्मचारी वसूली के लिए पहुंचे तो पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ। कंपनी के कर्मचारियों ने उसे रुपये जमा करने के लिए कहा। इस पर वह कंपनी छोड़कर भाग निकला। कंपनी के अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया। इस बीच आरोपित अपने ठिकाने से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि आरोपित लोरमी बस स्टैंड के पास घूम रहा है। जवानों ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने धोखाधड़ी की रकम से अपना मकान बनवा लिया है। आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।