आफताब फरिश्ता
रायपुर। मिड-डे अखबार जनता से रिश्ता की खबर का असर 30 घंटे के अंतराल में हाउसिंग बोर्ड में दिखाई देने लगा है, लगातार प्रकाशित हो रहे खुलासे को आवास मंत्रालय ने गंभीरता से संज्ञान में लिया और हाउसिंग बोर्ड के ढर्रे को सुधारने की कवायद कमिश्नर भींमसिंग ने शुरू कर दी है। 15 जनवरी को मंत्रालय से जारी ट्रांसफर आदेश के बाद हाउसिंग बोर्ड में खलबली मच गई। क्योंकि ईमानदार अधिकारियों को कोरबा-बिलासपुर का रास्ता दिखाया गया। जिसकी खबर प्रमुखता से जनता से रिश्ता में भ्रष्ट अफसरों को बचाओ, ईमानदार अफसरों को भगाओ शीर्षक से प्रकाशित हुआ था, जिस पर संज्ञान लेते हुए आवास मंत्रालय के उच्च अधिकारियों ने उक्त ट्रांसफर आदेश को रोका और ईमानदार अधिकारियों को यथावत रखते हुए आरोपित संपदा अधिकारी को उसके मूल विभाग में वापस भेजा गया। कमिश्नर भीम सिंग ने तत्काल एक्शन लेते हुए शारदा सेवई संपदा अधिकारी दुर्ग को भी कार्यमुक्त कर उसके मूल विभाग में भेज दिया। जनता से रिश्ता द्वारा जो वीडियो जारी किया गया था, जिसमें तालपुरी प्रोजेक्ट की जांच का जो दस्तावेज सी एस बाजवा व शारदा सवाई के सहयोग से दुर्ग के हाउसिंग बोर्ड के दफ्तर से हटाया गया था। शारदा सवाई पर अमानत में खयानत करने के मामले में आने के कारण संपदा विभाग से हटाया गया । साथ ही एल.पी. बंजारे कार्यपालन अभियंता/संपदा अधिकारी, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल प्रक्षेत्र कोरबा को अस्थाई रूप से कार्यपालन अभियंता कोरबा का प्रभार सौंपा गया।