रायपुर। रायपुर से हैदराबाद तक बनने वाली फोरलेन एक्सप्रेस-वे निर्माण की प्रारंभिक तैयारी के बीच 48 गांव में खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी गई है। राजनंादगांव एसडीएम अरूण वर्मा ने एनएचआई के प्रस्ताव के बाद राजनांदगांव, डोंगरगांव तथा छुरिया ब्लॉक के 4 दर्जन गांव में जमीन की खरीदी-बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। वर्तमान में इन गांवों में फोरलेन गुजरने की संभावना के चलते जमीन दलालों की सक्रियता बढ़ गई है। पिछले दिनों कलेक्टर ने इस सडक़ के अधीन गांवों में खरीदी-बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था। बताया जा रहा है कि रायपुर-हैदराबाद एक्सप्रेस हाईवे निर्माण से लगभग 250 किमी की दूरी कम होगी। वर्तमान में रायपुर से हैदराबाद जाने के लिए लगभग 800 किमी का सफर तय करनी होती है।
नया फोरलेन बनने के बाद सीधे-सीधे दूरी 550 किमी कम हो जाएगी। बताया जा रहा है कि एनएचआई ने दो माह पूर्व भी प्रशासन को जमीनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, लेकिन प्रशासन के ढ़ीले रूख के चलते कई जमीनों का सौदा भी हो गया। फोरलेन निर्माण के लिए प्रक्रिया तेज होते ही भू-अर्जन का प्रस्ताव भी रखा गया है। एनएचआई ने 17 अक्टूबर को कलेक्टर को पत्र लिखकर भू-अर्जन राशि में वृद्धि करने की नियत से जमीनों की खरीदी-बिक्री होने की आशंका जताई थी, लेकिन रोक नहीं लगने के कारण कुछ जमीन दलालों ने खरीदी कर ली है।
मिली जानकारी के मुताबिक डोंगरगांव ब्लॉक में मोहड़, करियाटोला, माथलडबरी, बेंदरकट्टा के अलावा दर्जनभर गांव फोरलेन में प्रभावित हो रहे हैं। इसी तरह राजनांदगांव और छुरिया अनुभाग में भी क्रमश: 12 से 13 गांव से फोरलेन गुजरेगी।