छत्तीसगढ़

आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने दुर्गा प्रतिमा के साथ महिसासुर की प्रतिमा न लगाने और रावण दहन पर रोक लगाने की मांग

Admin4
7 Oct 2021 6:30 PM GMT
आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने दुर्गा प्रतिमा के साथ महिसासुर की प्रतिमा न लगाने और रावण दहन पर रोक लगाने की मांग
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नवरात्रि महोत्सव के दौरान दुर्गा प्रतिमा के साथ महिसासुर की प्रतिमा न लगाने और दशहरा में रावण दहन पर रोक लगाने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सभी आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौप कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क:- छत्तीसगढ़: जिला बलरामपुर क्षेत्र में नवरात्रि महोत्सव के दौरान दुर्गा प्रतिमा के साथ महिसासुर की प्रतिमा न लगाने और दशहरा में रावण दहन पर रोक लगाने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौप कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है। अगर प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही नहीं की जाती है। तो समस्त जिला एवं विकास खंडो में और ग्राम पंचायतो में जगह जगह दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाती है। जिसमे दुर्गा जी के द्वारा आदिवासी असुर शासक महिसासुर का वध करके हिंसात्मक चित्र प्रदर्शित किया जाता है। जिसमे सर्व आदिवासी मूल समाज की भावनाओ को आघात पहुँचता है।

उन्होंने दशहरा पर्व पर रावण दहन की परंपरा को न्याय विपरीत बताते हुये अपने ज्ञापन में लिखा है। की रावण की प्रतिमा को जलाना कलेक्टर को सुचना के पश्चात भी महिसासुर एवं रावण की अपमानित रूप से प्रदर्शित करने पर समस्त बलरामपुर जिला प्रशासन के विरुद्ध झंडा जुलुस छत्तीसगढ़ जिला के सर्व आदिवासी समाज करेगी जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। यह शिकायत दर्ज दिनांक 4 /10 /2021 दिन सोमवार को छत्तीसगढ़ के जिला बलरामपुर थाना में की गई है।




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