बलरामपुर : CRPF कैंप बंदरचुआं में पुलिस महानिरीक्षक ने नवनिर्मित विश्राम गृह का किया शुभारंभ
बलरामपुर। विकासखंड कुसमी के नक्सल प्रभावित बंदरचुआं स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कैंप में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा श्री अजय कुमार यादव ने नवनिर्मित विश्राम गृह का उद्घाटन किया। सीआरपीएफ कैंप में नए विश्रामगृह के बनने से वरिष्ठ अधिकारियों के आवागमन तथा रुकने की समुचित व्यवस्था हो पाएगी तथा उनके निर्देशन में नक्सलियों के विरुद्ध अभियान को गति मिलेगी। सीआरपीएफ के 62वीं बटालियन के बंदरचुआं स्थित कैंप में धनतेरस के अवसर पर सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस महानिरीक्षक अजय कुमार यादव ने जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज मेरे लिए बहुत ही उपयोगी और हर्ष का दिन है, कि मैं आप लोगों के साथ धनतेरस मना रहा हूँ। पुलिस महानिरीक्षक श्री यादव ने कहा कि नवीन विश्राम गृह के निर्माण से इस सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों का आवागमन होता रहेगा। जिससे निश्चित ही प्रतिहिंसा से ग्रसित क्षेत्रों में पुलिस गतिविधि को बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा सही दिशा में कार्य करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा। पुलिस महानिरीक्षक यादव ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों में हमने सीआरपीएफ के साथ मिलकर काम किया है और यहां भी हम मिलकर साथ काम करेंगे।
कई ऑपरेशंस में सीआरपीएफ के जवानों की क्षति हुई है, उसके बाद भी उसी लगन, तन्मयता और सेवा भावना से आप सभी काम कर रहे हैं, यह बहुत प्रेरणादायी है। उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप की उपस्थिति ही विश्वास का परिचायक है। यदि आप की उपस्थिति के बावजूद लोगों का विश्वास कम होगा या वे सभी असुरक्षित महसूस करेंगे तो निश्चित ही हमारा मनोबल भी कम होगा। लोगों का विश्वास कम नहीं होना चाहिए, इसी उद्देश्य के साथ हमें साथ मिलकर कार्य करना है। पुलिस महानिरीक्षक श्री अजय यादव ने कहा कि लीडर जैसा होता है, उसकी फोर्स ठीक वैसे ही काम करती है। हम जिम्मेदारी को समझते हुए कार्य कर रहे हैं, निश्चित ही इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियां सहित अन्य कारकों से आप सभी परिचित हैं, जिससे हम नक्सली गतिविधियों को खत्म करने की ओर अग्रसर होंगे। निश्चय ही पिछले कुछ वर्षों में प्रतिहिंसा की गतिविधियां कम हुई है और हमने शांति स्थापित करने में सफलता पाई है। उन्होंने जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हमें अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने और एक दूसरे की मदद करते हुए उनका हाथ थामें। कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने सैनिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी परिवार से दूर हैं तथा मूलभूत सुविधाओं की चुनौतियों के बीच आप अपना कार्य कर रहे हैं। उन्होंने जवानों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विश्राम गृह के बनने से हमारे आगे की गतिविधियों को शीघ्र पूरा किया जा सकेगा। उन्होंने सभी जवानों को दिपावाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रशासन से जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, उसे हम शीघ्र अतिशीघ्र पूरा करेंगे तथा अन्य जरूरतों को भी ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना तैयार कर आपको सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जिले के पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने कहा कि विश्राम गृह की बहुत अधिक उपयोगिता है, क्षेत्र में शांति स्थापना के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा। निश्चित ही क्षेत्र में अधिकारियों की आवाजाही शुरू होगी और वे भी सतत संपर्क में रहकर क्षेत्र की गतिविधियों व परिस्थितियों से अवगत रहेंगे। उनके निर्देशन में पुलिस व सीआरपीएफ के अभियान को सही दिशा और बल मिलेगा। जशपुर के पुलिस अधीक्षक, 81 वीं बटालियन जशपुर के सीईओ तथा 62 वीं बटालियन बन्दरचुआं के सीईओ श्री वी.वी. राजू ने भी जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अधिकारियों ने जवानों को दीपावली के उपलक्ष्य पर उपहार स्वरूप मिठाईयां प्रदाय की।
तत्पश्चात् पुलिस महानिरीक्षक श्री अजय यादव ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ के अधिकारियों से क्षेत्र की स्थिति, लोगों की आजीविका के साधन, सुरक्षा व्यवस्था, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और दैनिक गतिविधियों की सूक्ष्म जानकारी ली। साथ ही अधिकारियों के साथ मिलकर सर्वाधिक खेती किये जाने वाले टाऊ के खेतों का अवलोकन किया