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रायपुर। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना से धान के बदलें किसानों द्वारा अन्य फसल लेने की तरफ रुझान बढ़ रहा हैं। जिलें के करीब18 सौ से अधिक किसानों ने लगभग 34 सौ अधिक एकड़ में सुगंधित,जैविक एवं जिंक धान,कोदो कुटकी रागी सहित दलहन तिलहन के फसलों का रोपण कर लाभ ले रहें है। उपसंचालक कृषि सतकुमार पैकरा ने बताया कि सुगंधित धान, जिंक धान,जैविक धान, मक्का, कोदा-कुटकी,रागी फसल हेतु 16 सौ 20 किसानों का 3 हजार 69 एकड़ रकबा का पंजीयन किया गया है। साथ ही दलहनी फसल अरहर उड़द मूंग अन्तर्गत 169 किसानों का 2 सौ एकड़ पंजीयन किया गया है। तथा तिलहनी फसल तिल,रामतिल, मूंगफली,सोयाबीन अन्तर्गत 43 किसानों का 91एकड़ साथ ही फलदार वृक्ष एवं वृक्षारोपण अन्तर्गत 16 किसानों का 44 एकड़ पंजीयन किया गया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अन्तर्गत धान के बदले अन्य फसल एवं वृक्षारोपण को बढ़ावा देने हेतु शासन की ओर से 10 हजार रूपये प्रति एकड़ प्रदान की जावेगी।जिलें के सिमगा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम कामता के किसान राहुल देव पिता खीरमल ने लगभग डेढ़ एकड़ तथा किसान माता प्रसाद आदित्य के द्वारा रकबा 0.14 हेक्टेयर में धान के बदले वृक्षारोपण किया गया,जिसके अन्तर्गत उन्होंने पपीता एवं अन्य पौधों का रोपण किया हैं। इसी प्रकार ग्राम विकासखंड बलौदाबाजार के अंतर्गत ग्राम पनगांव के किसान संग्राम सिंह ध्रुव द्वारा 0.303 हेक्टेयर में वृक्षारोपण किया गया है। इसी तरह भाटापारा विकासखंड के अन्तर्गत ग्राम पाटन निवासी रामनिवास जाट ने करीब 2.5 एकड़ में मक्का का रोपण किया है।साथ ही इस वर्ष किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग किया गया है।जिससे जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ ही किसानों के कृषि लागत में काफी कमी आ रहीं है। जिससे आने वाले समय मे किसानों की मुनाफ़े में बढ़ोतरी के साथ ही फसलों के गुणवत्ता में सुधार होना निश्चित है।किसान राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ उठाकर अत्यंत उत्साहित हो रहें है एवं ग्राम के अन्य कृषकों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।
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