
फाइल फोटो
सीपत क्षेत्र खम्हरिया एंव आसपास गांव के मुस्लिम समाज के नमाज पढ़ने के लिए हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की मौसी सिंगुल की गौटनींन ने ग्राम पंचायत खम्हरिया में 170 वर्ष पूर्व में मस्जिद बनवाई गई थी।जंहा पर शानदार मस्जिद आज भी मौजूद है।इस मस्जिद के निर्माण कार्य में गुड़ एंव चुना और बेल के गारे से बनाई गई आलीशान मस्जिद जो बिलासपुर जिला के सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है जिले में इतना पुराना मस्जिद नहीं है । वही क्षेत्र के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि बाबा सैय्यद इंसान अली शाह बाबा जिन्हें छत्तीसगढ़ राज्य के साथ ही पूरा देश शंहेशाहें छत्तीसगढ़ के नाम से जानते हैं जो कि इस मस्जिद में 14 वर्षो तक (इमामत किएँ) नमाज पढ़ाये गये है। वही बाबा साहब आसपास के सभी धर्मों के लोगो को हमेशा सही रास्ता चलने की शिक्षा नसीहत देते हुए दिन का काम किया जंहा खम्हरिया स्थित यह मस्जिद आज भी पूर्व की तरह ही एक शानदार खूबसूरत मस्जिद के रूप में स्थापित है। देखने में ऐसा लगता है कि अभी अभी ही इस मस्जिद की तामीर की गई हो। वही इस मस्जिद को देखने के लिए दूरदराज से लोग आते है।
