बिलासपुर. परिवार नियोजन के संबंध में जन जागरूकता लाने एवं पुरुष नसबंदी के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता रथ रवाना किया गया। जिसके द्वारा क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक परिवार नियोजन के महत्व के बारे में जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाएगी। साथ ही पुरूष नसबंदी के फायदे बताकर पुरूष नसबंदी के लिए पुरूषों को तैयार किया जा रहा है। वहीं इच्छुक लाभार्थियों को यह सुविधा निःशुल्क प्रदान भी की जा रही है।
सीएमएचओ डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पुरूष नसबंदी को प्रोत्साहित करने के लिए 4 दिसंबर तक नसबंदी पखवाड़ा चलाया जा रहा है। यह दो चरणों में आयोजित हो रहा है। प्रथम चरण में मोबिलाइजेशन और जागरूकता लाकर पुरूष नसबंदी के फायदे बताकर लोगों को सुविधा लेने के लिए तैयार किया जा रहा। वहीं 4 दिसंबर तक इच्छुक लोगों की नसबंदी की जाएगी। इसके लिए मितानिन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क सुविधा लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस संबंध में जिला नोडल अधिकारी परिवार कल्याण कार्यक्रम, डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने बताया: "यह पखवाड़ा दो चरण में आयोजित हो रहा है। प्रथम चरण 27 नवंबर तक दंपत्ति सम्पर्क पखवाड़ा के रूप में मनाया गया, जिसके तहत परिवार नियोजन के महत्व के बारे में लोगों को जानकारी दी गई। इस दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्रामीणों को परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही पुरूष नसबंदी से संबंधित समुदाय में फैली भ्रांतियों तो दूर करने का प्रयास किया गया। "
इस बारे में प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य (Reproductive, Maternal, Newborn, Child and Adolescent Health) सलाहकार डॉ. राजेश पटेल ने बताया: "पखवाड़ा के दौरान लाभार्थियों को चिन्हांकित किया जा रहा है। जागरूकता रथ निकालकर लोगों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने, पुरूष नसबंदी कराने की अपील की जा रही है। इस दौरान घर-घर जाकर हितग्राहियों की सूची तैयार की जा रही है। जिले एवं विकासखंड के चिन्हांकित स्वास्थ्य केन्द्रों में नसबंदी (एनएसवी) की सेवाएं उपलब्ध हैं। सीएचसी बिल्हा एवं मस्तुरी में यह सुविधा प्रदान की जा रही है। 4 दिसंबर तक चिन्हांकित उन हितग्राहियों को परिवार नियोजन की सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी।"