अटल बिहारी वाजपेई एक ऐसा नाम जिनकी छवि ने भारतीय राजनीति में एक आदर्श स्थापित किया। उनका पूरा जीवन आज भी सरकारों के लिए सुशासन का संदेश है, जनकल्याण का कर्तव्य बोध है। उन्होंने अपने इसी विराट व्यक्तित्व के जरिए बच्चे, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों सभी के बीच लोकप्रियता के शिखर को छुआ। अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी एक खास बात ये भी कि वे सादगी और सरलता की मूरत थे, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई सदैव जमीन से जुड़े रहकर देश के लोगों के बीच अलग पहचान बनाई और प्रधानमंत्री के रूप में सभी के दिलों में बस गए। अटल बिहारी वाजपेई जनसंघ के संस्थापकों में शामिल थे और भारतीय जन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को न सिर्फ आत्मसात किया बल्कि भारतीय राजनीति में उनके मूल्यों को स्थापित करने का काम भी किया। अटल बिहारी वाजपेयी के भाषणों ने सबसे ज्यादा देश के लोगों को प्रभावित किया, वे जब बोलते थे तो देश बड़े ही ध्यान से सुनता था। अटल बिहारी वाजपेई के ओजस्वी भाषणों ने संसद में भी सभी दलों के प्रतिनिधियों को प्रभावित किया। छत्तीसगढ़ राज्य की सौगात देने वाले भी अटल थे, उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता से जो वादा किया था उसे पूरा करके दिखाया।
बतौर प्रधानमंत्री अटल युगों-युगों तक अपने कई ऐतिहासिक और विकास आधारित फैसलों के लिए भी याद किए जाएंगे। प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने कई ऐसी योजनाएं चलाईं, जिससे देश के विकास की रफ्तार कई गुना बढ़ गई, उन्हीं में से एक स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना थी। उन्होंने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को जोड़ने के लिए यह योजना लागू की। इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना लागू की अटल बिहारी वाजपेयी के इस फैसले से देश में जो क्रांतिकारी परिवर्तन आया उसकी सराहना भी देशभर में हुई। दशकों से जिसकी राह देश की ग्रामीण जनता देख रही थी, उन सपनों को साकार करने का काम अटल बिहारी वाजपेयी ने किया। इसके अलावा जल संरक्षण को लेकर भी आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी सदैव संवेदनशील रहे, उन्होंने नदियों को जोड़ने की योजना का खाका भी तैयार करवाया।
बृजमोहन अग्रवाल (पूर्व मंत्री व विधायक, छत्तीसगढ़)