छत्तीसगढ़

जब तक हमर कका हे, टेंशन नहीं, ये सुनकर गदगद हुए सीएम भूपेश बघेल

Nilmani Pal
18 Sep 2022 8:28 AM GMT
जब तक हमर कका हे, टेंशन नहीं, ये सुनकर गदगद हुए सीएम भूपेश बघेल
x

बालोद। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात स्थल पर पहुंचे। यहां अपनी बात शुरू करने से पहले उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा - "उत्साह ल कम करहु तभे तो गोठियाहु"। भोलाराम साहू ने सोलर पंप की मांग की, उन्होंने बताया कि सर्दी की फसल लेनी है और उन्होंने समर्थन मूल्य में धान की खरीदी प्रति एकड़ 18 क्विंटल करने की मांग की। उनकी बात सुनकर लोगों ने खूब ताली बजाई।

भोलाराम ने समर्थन मूल्य पर खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलर पंप देंगे। जब तक हमर कका हे, टेंशन नहीं है। नरेंद्र सिंहा ने कहा- मैं हल्दी ग्राम से हूं। चिटफण्ड कंपनी ने मुझे लूट लिया, तो मुख्यमंत्री ने कलेक्टर से पूछा जिस पर कलेक्टर ने बताया - लगातार वसूली की कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली बार चिटफण्ड कंपनियों के सैंकड़ों डायरेक्टर जेल में हैं। नागेश्वरी साहू ने कहा कि बेलौदी कॉलेज में अच्छी सुविधा नहीं है।लॉ नहीं है, भूगोल की कक्षा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा - अच्छी शिक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।

बेलौदी गांव के सरपंच शशिकला की मांग पर भाठागांव में पानी और बिजली की बेहतर व्यवस्था करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए। चंचल महिला समूह की सदस्य ने बताया कि उनके समूह ने 51 हजार रुपए का वर्मी कम्पोस्ट बेचा है जिससे 28 हजार रुपए की शुद्ध कमाई हुई है। उनके समूह ने 15 हजार रुपए के कीटनाशक बेचे हैं।

इस दौरान समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री से 10 साईकल की डिमांड की, जिस पर उन्होंने स्वेच्छानुदान के लिए तुरंत 50 हजार रुपए की स्वीकृत दे दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में जिन्होंने अभी तक पंजीयन नहीं कराया है, अपना नाम लिखा लें, साल का 7 हजार रुपये मिलेगा। भेंट-मुलाकात के दौरान गोमती साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से मेरे बच्चे का वजन तेजी से बढ़ गया, मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनीमिक महिलाओं के पोषण के लिए भी व्यवस्था है।

एक हितग्राही ने अपने दिव्यांग बच्चे की समस्या मुख्यमंत्री के समक्ष रखी, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सभी बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हम कार्य कर रहे हैं। इन्हें विशेष स्कूल भेजें, इसके लिए जिलों में सुविधा है।

Next Story