
दिल्ली। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी की हवा बेहद खराब से गंभीर स्थिति में पहुंचने को तैयार है. इस बीच केंद्र सरकार की वायु गणवत्ता समिति ने शनिवार को राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चरण तीन के तहत पाबंदियों को तुरंत लागू करें.
जिसके मद्देनजर अब आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी तरह के निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक रहेगी. इसके अलावा ईटों के भट्टों, माइनिंग व उससे जुड़ी गतिविधियों समेत कई पाबांदियां लागू की गई हैं. कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) द्वारा जारी नए आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों (सीएक्यूएम) में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत कार्रवाई करने के लिए उप-समिति ने एक आपातकालीन बैठक की. जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 30 अक्टूबर की सुबह 6 बजे के करीब 373 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. हालांकि ये शनिवार से कुछ बेहतर स्थिति है. दिल्ली के आनंद विहार समेत 4 जगहों पर AQI गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. इसके अलावा सुबह-सुबह सड़कों पर स्मॉग का साया भी देखने को मिला. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, 30 अक्टूबर को दिल्ली में सबसे ज्यादा एक्यूआई, (470) आनंद विहार में दर्ज किया गया. आइये जानते हैं अलग-अलग इलाकों का हाल.