बलरामपुर। सावन के महीने में श्रद्धालु भोले बाबा के भक्ति में खूब डूबकियां लगाते है। चारों तरफ केवल महाकाल की गूंज ही सुनाई पड़ती है। ऐसे में जमीन से शिवलिंग का निकलना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाता है। जिले के राजपुर में भगवान शंकर के आस्था का एक ऐसा केंद्र है जहां हर साल जमीन से शिवलिंग निकल रहे हैं। पहले यहां 8 शिवलिंग खुदाई में निकले थे, वहीं इस साल भी सावन के महीने में खुदाई के दौरान एक और शिवलिंग जमीन से निकले हैं जिससे यहां इनकी संख्या बढ़कर 9 हो गई है।
शिवरात्रि के मौके पर यहां आस्था का सैलाब उमड़ता है यहां मांगी हुई हर मुराद पूरी होती है। आज सावन शिवरात्रि के मौके पर यहां मेले जैसा माहौल रहा। नवमी से दसवीं शताब्दी की मूर्तियां यहां देखने को मिलती हैं और प्राचीन धरोहर कि यहां अनुपम विरासत देखने को मिली है। इस स्थान को कोठी पत्थर के नाम से जाना जाता है और यहां एक विशाल शिवलिंग है। इसके अलावा इस परिसर में आठ अन्य शिवलिंग है जो हर साल खुदाई में निकलते हैं। इसके अलावा यहां माता पार्वती और भगवान गणेश भी खुदाई में निकले हैं।
आस्था का केंद्र लोगों को अपनी ओर खींचता है और दूसरे राज्यों से भी लोग यहां भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। शासन प्रशासन की टीम भी इस स्थान को पर्यटन के रूप में विकसित करने में लगी है। आज सावन महाशिवरात्रि के मौके पर यहां आस्था का सैलाब उमड़ा और दूर-दूर से लोग कांवड़ में जल लेकर यहां पहुंचे और भोलेनाथ को अर्पित किया।