रायपुर। छत्तीसगढ़ डायसिस की महिला सभा का वार्षिक अधिवेशन शनिवार को सेंट पॉल्स कैथेड्रल में हुआ। इसमें राज्यभर से सीएनआई की महिलाएं जुटीं। उन्होंने डायसिसिन महिला सभा के संविधान के नियमों और उप-नियमों की सार्थकता पर चर्चा की। उन्होंने कोरोना की वजह से लॉक डाउन के दौरान हुए अनुभव साझा किए। इस दौरान हुई गीत-संगीत, प्रतियोगिता, माता दिवस पर लेख व कविता के विजेताओं को पुरस्कार वितरण किए गए। छत्तीसगढ़ की महिला विंग को देश में शीर्ष पर ले जाने का संकल्प लिया गया।
अधिवेशन की शुरूआत बिशप रॉबर्ट अली ने दीप प्रज्जवलित कर की। उन्होंने थीम वर्स - जिस बुलाहट के लिए तुम्हें चुना गया है उसके योग्य चाल चलो। नम्रता व धीरज में बढ़ते जाओ, पर प्रवचन दिया। डायसिस के सचिव पादरी अतुल आर्थर, उपाध्यक्ष पादरी अजय मार्टिन, कोषाध्यक्ष सुशील गुप्ता, पादरी शमशेर सामुएल, सेवक अब्राहम दास व एमआर पतरस, इस्माइल मसीह भी शामिल हुए। अधिवेशन में अध्यक्ष अंजना भगत, सचिव रूचि चंदेल व कोषाध्यक्ष ने सालाना रिपोर्ट पेश की। अगली वार्षिक इसी साल अक्टूबर में होने की संभावना है। सभी इसे लेकर शुक्रवार को भी रायपुर में बैठक आयोजित की थी। बिन्नू फिलिप, प्रीति प्रकाश, नीला मंडू, रीता चौबे, वायलेट बैंजामिन, मंजूला लिविंग्स्टन आदि ने महिलाओं की अगवानी की। इनमें डीकन भावना आर्थर, रजमनिया टोप्पो, स्मिता बख्श, डॉ. अल्का सोना, मंजूला दास, शांति दादर, रस्मी लाल, कविता सालोमन, अनामिका यूसुफ, अल्का लाल, सारिका लाल, वायलेट, पी. सामुएल, अंजूला मार्टिन, अनीता सामुएल, उषा दास, सुमित चंदेल, मीनू लाल, अर्पणा कुमार मनीषा कुलदीप आदि शामिल हैं। अधिवेशन में प्रदेशभर की महिला प्रतिनिधि व पदाधिकारी शामिल हुईं। राजधानी रायपुर के अलावा रायगढ़, बिलासपुर, परसापानी, नवा रायपुर, पेंड्रा रोड, करगी रोड, भाटापारा, बैतलपुर, विश्रामपुर, भिलाई, सिमगा, नवा रायपुर, जरहागांव, तखतपुर, फास्टरपुर, बलौदाबाजार, परसाभदेर, तिल्दा, कोरबा से भी महिलाएं पहुंचीं। डायसिसन महिला पदाधिकारियों द्वारा योजनाएं व प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए।