इस अवसर पर इप्टा से जुड़े रंग मंच के बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित थे व अपने गुरु का जन्मदिन मनाया व देहदान व नेत्रदान का महत्व समझा किया।
राजेश श्रीवास्तसव ने कहा वह बहुत सालों से देहदान की घोषणा करना चाहते थे ताकि उनके जाने के बाद उनका शरीर समाज हित में काम आए व दो लोगों को उनके नेत्रों से रौशनी मिल सके, राजेश श्रीवास्तसव के मित्र नितेश केडिया ने जानकारी दी पूर्व में राजेश की माता जी लीला देवी का नेत्रदान हो चूका है और राजेश भी अपनी मां से प्रेरणा ले इसे अपने परिवार की परम्परा बनाना चाहते हैं.
जितेंद्र हासवानी ने कहा राजेश श्रीवास्तसव की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर है उन्होंने पुरे भारत में इप्टा के मंच से अपनी कला का जौहर दिखाया है एवं बड़ी संख्या में उनके चाहने वाले व उनके शिष्य हैं अतः राजेश जी के देहदान की घोषणा से समाज के बड़े वर्ग में जागरूकता का सन्देश जाएगा व समाज देहदान हेतु प्रेरित होगा।
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई,किरण भंडारी, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,उज्जवल पींचा ,सत्येंद्र राजपूत,सुरेश जैन,राजेश पारख,पियूष मालवीय,विकास जायसवाल मुकेश राठी,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ ,सूरज साहू संतोष राजपुरोहित,चेतन जैन,दीपक बंसल,जितेंद्र कारिया,अभिजीत पारख,सपन जैन ने राजेश श्रीवास्तसव को जन्मदिन की बधाई दी व देहदान के निर्णय का स्वागत किया।