छत्तीसगढ़

अनिल टुटेजा बोलेगा, भूपेश की पोल खोलेगा

Nilmani Pal
20 April 2024 12:25 PM GMT
अनिल टुटेजा बोलेगा, भूपेश की पोल खोलेगा
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रायपुर। अनिल टुटेजा बोलेगा और भूपेश की पोल खोलेगा। क्योंकि अफसर से लेकर हर एक कांग्रेस नेता को पता है कि भूपेश बघेल सरकार में रहते कई कारनामें किए है। सभी कारनामों का चिट्ठा एक डायरी में अनिल टुटेजा रखे है। कांग्रेस सरकार में हुए घोटालों की जांच बीजेपी सरकार ने तेज कर दी है। जैसे ही घोटालों की जांच ED ने शुरू की वैसे ही भ्रष्टचार में शामिल आईएएस और राज्य सेवा के कई अधिकारी जेल भेजे गए। भूपेश बघेल की सचिव रही सौम्या भी जेल में दिन काट रही है। जेल में बंद आरोपी जमानत के लिए कई बहाने लगाते है। लेकिन वे सभी सफल नहीं हो पा रहे है।

सभी कांग्रेस नेताओं को पता है कि अनिल टूटेजा भ्रष्ट भूपेश सरकार का अहम किरदार की भूमिका निभा रहा था। सभी घपले -घोटाले कोयला , महादेव सट्टा ऐप , रेत , माइनिंग और शराब घोटाला, धान घोटाला सभी का कच्चा चिट्ठा और पूरा हिसाब किताब किन-किन नेताओं को कितने पैसे दिए गए पक्के सबूत अनिल टुटेजा के पास होने के प्रमाण है। अब ED की हिरासत में दोनों बाप-बेटे भ्रष्ट भूपेश सरकार का काला चिट्ठा खोलेंगे।

अब ईडी की टीम ने ACB-EOW के ऑफिस के पास से हिरासत में लिया है। बता दें कि आबकारी मामले में हुई फ्रेश FIR में अनिल और यश टुटेजा का नाम शामिल है। दरअसल, IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा गुरुवार को आबकारी मामले में अपना बयान दर्ज करवाने ACB-EOW के ऑफिस पहुंचे थे। ईडी की टीम भी यहां पहुंची हुई थी। बाहर आते ही दोनों को ईडी की टीम ने पकड़ लिया। बता दें कि EOW की टीम कड़ी दर कड़ी शराब घोटाले की जांच कर रही है। वही आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी और अरुणपति त्रिपाठी को 25 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर रखा गया है।

छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला केस में रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा गुरुवार को ईडी की टीम ने हिरासत में ले लिया है। दोनों को ईडी की टीम ने ACB-EOW के ऑफिस के पास से हिरासत में लिया है। बता दें कि आबकारी मामले में हुई फ्रेश FIR में अनिल और यश टुटेजा का नाम शामिल है। दरअसल, IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा गुरुवार को आबकारी मामले में अपना बयान दर्ज करवाने ACB-EOW के ऑफिस पहुंचे थे। ईडी की टीम भी यहां पहुंची हुई थी। बाहर आते ही दोनों को ईडी की टीम ने पकड़ लिया। बता दें कि EOW की टीम कड़ी दर कड़ी शराब घोटाले की जांच कर रही है। वही आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी और अरुणपति त्रिपाठी को 25 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर रखा गया है।
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