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रायपुर। पिछले 22 साल से रमजान महीने में प्रतिदिन कम से कम एक रोजेदार को रोजा खोलने के लिए खजुर देने का सिलसिला आज भी अनवरत जारी है, खजूर रायपुर के अलावा भिलाई- दुर्ग, नारायणपुर, अम्बिकापुर, बलरामपुर, भोपाल तक रोजेदारों तक भेजा जाता है, अनिल पवार ने बताया इसके अतिरिक्त शहर की मस्जिदों में भी रोजेदार के माध्यम से खजूर देते हैं, खजूर देने की शुरुआत कैसे हुई इस बारे में अनिल पवार ने बताया कि किसी रोजेदार ने बताया था कि रोज़ा खजूर खाकर खोला जाता है, इसलिए खजूर देना शुरू किया,अनिल पवार वर्तमान में अंग्रेजी अखबार हितवाद रायपुर के यूनिट हेड हैं.
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