छत्तीसगढ़

रेत माफिया पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में रोष

Nilmani Pal
27 May 2022 5:48 AM GMT
रेत माफिया पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में रोष
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  1. कार्रवाई के नाम पर अधिकारी कर रहे केवल खाना पूर्ति
  2. छुटभैये नेताओं और उनके रिश्तेदारों के नाम पर धौंस
  3. रोजाना हजारों ट्रक रेत का अवैध भण्डारण, नियमों का उल्लंघन

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। पूरे छत्तीसगढ़ में इन दिनों रेत और मुरुम का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से जारी है। नांदघाट क्षेत्र के आसपास गावों में और पूरे छत्तीसगढ़ में रेत और मुरुम का अवैध कारोबार जमकर किया जा रहा है। शिकायत करने पर खनिज अधिकारी खानापूर्ति कर बीच रास्ते से लेनदेन कर जब्त वाहनों को छोड़ देते हैं जिससे अवैध रेत और मुरुम माफियाओं का हौसला बुलंद है। छत्तीसगढ़ में अवैध खनिजों की खुदाई पर किसी का जोर नहीं है। रेत व मुरम की खनिज माफियाओं द्वारा नियम कायदों के ठेंगा दिखाकर अवैध उत्खखन चरम पर है। अवैध खुदाई से शासन को करोड़ों रूपये के राजस्व की हानि हो रही है। अवैध खदान के धंधे में जनप्रतिनिधियों के अलावा छुटभैये नेताओं और उनके रिश्तेदार शामिल हैं। महानदी, शिवनाथ नदी अरपा नदी, पैरी नदी, इंद्रावती, सोन नदी सहित अन्य नदियों से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। हर साल गर्मी के दिनों में नदी के सूखते ही रसूखदारों की मिलीभगत से अवैध खुदाई शुरू हो जाती है, जिसकी जानकारी खनिज विभाग को कैसे नहीं होती सोचनीय है। नदी किनारे पडऩे वाले कुछ ग्राम पंचायतों से रेत निकालने के लिए प्रस्ताव पास है, पर रायल्टी के बिना ही रेत निकाली जा रही है जो कि सरपंच के मिली भगत से होती है। इसका हिसाब किसी पंचायत सचिव और पंचों के पास नहीं है। नदी किनारे गांवों में रेत और मुरुम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है पर कार्रवाई नहीं हो रही। नांदघाट क्षेत्र में घुरसेना, अमलडीहा, टेमरी,नारायणपुर, तेंदूभाठा के आसपास मुरुम और रेट की जमकर अवैध खुदाई की जा रही है। नदी के सूखते ही शुरू हो जाता है खेल माफियाओं का खेल शुरू होता है जो बरसात आने तक जारी रहता है। शिकायत करने पर अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति की जाती है लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से इनका खेल शुरू हो जाता है। पूरे छत्तीसगढ़ में रेत का अवैध रूप से खनन तो हो ही रहा है साथ ही कई ग्राम पंचायतों में सरपंचों व गांव के रसूखदारों द्वारा मुरम की धड़ल्ले से खुदाई की जा रही है। कुछ क्षेत्र में कार्रवाई के डर से रात के समय में मुरम चोरी कर बेची जा रही है। राजधानी से सटे गांव खुटेरी में रसूखदारों की मदद हर रोज सैकड़ों गाड़ी मुरम की खुदाई हो रही है जो अक्सर रात के समय होती है। क्षेत्र में रेत की अवैध खुदाई सहित अन्य खनिजों की भी खुदाई हो रही है। खुदाई के दौरान जो गड्ढे बन रहे हैं वे बारिश के दिनों में गांव के लोगों में जान माल की नुकसान से आशंकित हैं। माफियाओं द्वारा गलत तरीके से उत्खनन किया जा रहा है और खनिज विभाग को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अवैध रेत खुदाई के मामले में रसूखदारों की मनमानी चल रही है, ये लोग नदी से ट्रैक्टर, ट्रक व जेसीबी के माध्यम से हर रोज सैकड़ों गाडिय़ां रेत निकाल रहे हैं। रेत से मिलने वाली यह राशि पंचायत के खाते में न जाकर रसूखदार अपने जेब भर रहे हैं। खुलेआम अवैध खुदाई हो रही है जिसकी जानकारी खनिज विभाग को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं होना संदेह को जन्म देती है।

नदी से अवैध रेत लेकर जा रहा ट्रैक्टर पलटा चालक की मौत

बलरामपुर जिले के महान नदी से रेत का अवैध उत्खनन के कारण अब लोगों की मौत लगातार हो रही है। कहीं दबंगई से तो कहीं एक्सीडेंट से रोजदुर्घटना की खबर आ रही है। देर रात रेत लोड एक ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर खेत में जाकर पलट जाने से चालक की दर्दनाक मौत हो गई। राजपुर क्षेत्र के ग्राम छिंदियाडांड महान नदी से रेत लेकर नदी से निकला था, तभी खेत में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। ग्रामीण जब उस रास्ते से निकले तो उसे खेत में पलटे देखा और उसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद भी पूरे दिन नदी में अवैध खनन चलता रहा।

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