छत्तीसगढ़

आजादी का अमृत महोत्सव: कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा एवं धान प्रक्षेत्र दिवस का किया गया आयोजन

Nilmani Pal
30 Oct 2021 5:20 AM GMT
आजादी का अमृत महोत्सव:  कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा एवं धान प्रक्षेत्र दिवस का किया गया आयोजन
x

महासमुंद। आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुन्द में भारतीय कृषि अनुसंधान परिष्द, भारतीय जैव स्टेªस प्रबंधन संस्थान, रायपुर द्वारा प्रायोजित परिचर्चा एवं धान फसल प्रक्षेत्र दिवस का अयोजन कृषि विज्ञाान केन्द्र, महासमुन्द एवं कृषि महाविद्यालय, महासमुन्द के संयुक्त तत्वाधान में कृषि महाविद्यालय, कांपा, महासमुन्द में आयोजित किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली में आयोजित किया गया जिसमें भारत के सभी अकांक्षी जिले के कृषक ऑनलाईन माध्यम से जुड़े।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विभागीय कैबिनेट मंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी एवं भू विज्ञान, सचिव विज्ञान एवं सचिव भू-विज्ञान महानिदेशक सीएसआईआर एवं महानिदेशक आईसीएआर सहित अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे। महासमुन्द जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. ए.एल. राठौर, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कांपा महासमुन्द, विशिष्ठ अतिथि डॉ. एस.के. कटियार, राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, मनीला, फिलीपींस एवं अध्यक्षता डॉ. जी.एस तोमर, प्राध्यापक, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र कांपा, महासमुन्द मे किया गया। कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुन्द के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न उन्नत तकनीकी के बारे में कृषकों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कृषकों की समस्याओं का भी समाधान किया गया, कार्यक्रम में ग्राम साराडीह, अछोला, परसवानी, बरबसपुर बिरकोनी एवं कांपा के लगभग 150 कृषक सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम अंतर्गत कृषकों द्वारा राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केन्द्र मनीला, फिलीपींस द्वारा प्रदर्शन हेतु धान की 25 उन्नत किस्में तथा 11 बायो फोर्टिफाइड किस्मों का उनके अवधि, कीट रोग व्याधि रोधक क्षमता, उत्पादन क्षमता इत्यादि उनकी रूची के आधार पर मूल्यांकन तथा प्रक्षेत्र का भ्रमण किया गया। इस कार्यक्रम में कृषकों की सक्रिय भागीदारी रही।

Next Story