जसेरि रिपोर्टर: रायपुर। प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में पोस्टमार्टम सेंटर असुविधाओं से फटा पड़ा है, यहा शवों के साथ भी असंवेदनशीलता दिखाई जाती है। पोस्टमार्टम रूम से लेकर एम्बुलेंस में शव चढाने के बाद तक शव के परिनजों से पैसे लिए जाते है। उसके बाद मेकाहारा के शव परीक्षण के कमरों में लाशों को सुरक्षित रखने वाला फ्रीजर पूरी तरह से खराब हो चुका है। अंबेडकर अस्पताल में रखे फ्रीजर सालों पुराने है जिसकी वजह से मृत शव फ्रीजर में रखे-रखे ही सडऩे लगते है। सूत्रों के मुताबिक रोजाना मेकाहारा में 10 से 12 शवों का पोस्टमार्टम किया जाता है, हर शव के पीछे वहा के स्टाफ का कमीशन बंधा हुआ होता है। शवों को मेकाहारा में लाने के बाद से ही पैसों का खेल शुरू हो जाता है। इस पर ना ही स्वास्थ्य विभाग और मेकाहारा प्रबंधन का ध्यान है। मेकाहारा के पोस्टमार्टम स्टाफ ही शवों के परिजनों से भारी मात्रा में पैसों की लूट मचाते है।