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राजिम। गरियाबंद जिले के कुलेश्वरनाथ मंदिर में अक्षय तृतीया के दूसरे दिन आज बाबा कुलेश्वरनाथ जी का केले के फल से अद्भुत श्रृंगार किया गया। ऐसी मान्यता है कि भगवान राजीवलोचन जी बाबा कुलेश्वरनाथ से अक्षय तृतीया के दूसरे दिन मिलने पहुंचते है, जिसे हरिहर मिलन कहा जाता है।
इस दौरान भगवान राजीवलोचन जी के पद चिन्हों को कमल फूल के पत्ते में पर प्रतीकात्मक रूप में बनाया जाता है, उसके बाद बाबा कुलेश्वरनाथ जी का फलों से अद्भुत श्रृंगार कर बाबा के जयघोष किये जाते है। इसी कड़ी में आज बाबा का पके हुवे केले के फल से श्रृंगार किया गया।
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