सरपंच पति के खाते से लाखों रुपए पार करने वाले सभी आरोपी गिरफ्तार
सीतापुर। फर्जी बैंक अधिकारी बनकर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों ने माहभर पूर्व बैंक मैनेजर बनकर सरपंच के पति के खाते से लाखों रुपए पार कर दिया था। पीड़ित पक्ष की रिपोर्ट के बाद इनकी तलाश में झारखंड पहुँची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद इन्हें गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि आठ मई को ग्राम पंचायत भारतपुर के सरपंच के पति मुनेश्वर राम के मोबाईल पर किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था। उसने अपने आप को बैंक का मैनेजर बताकर सरपंच के पति को पहले अपने झाँसे में लिया। उसके बाद उसने खाता वेरिफाई करने के नाम पर मुनेश्वर राम से मैसेज में आने वाले ओटीपी नंबर की माँग की। अज्ञात व्यक्ति के झाँसे में आकर मुनेश्वर राम ने खाता वेरिफाई के नाम पर मैसेज में आने वाले ओटीपी नम्बर बारी-बारी से उन्हें बताता चला गया। ओटीपी मिलते ही जालसाजों ने सरपंच पति के खाते से कई किश्तों में 12 लाख 62 हजार 81 रुपये पार कर दिया। कुछ दिनों बाद जब मुनेश्वर राम ने खाता चेक किया तब उसे पता चला कि उसके खाते में जमा रकम पार हो चुकी थी। जब उसने अपने साथ हुई आपबीती लोगो को बताई तब उसे पता चला कि उसके साथ अज्ञात लोगों ने बैंक अधिकारी बनकर ऑनलाइन धोखाधड़ी कर उसके खाते से रकम पार कर दिया है। रकम गवांने के बाद उसने अज्ञात व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति द्वारा किये गए कॉल के डिटेल एवं सरपंच पति के खाते से दूसरे खाते में स्थानांतरित राशि के आधार पर आरोपियों के धरपकड़ के लिए झारखंड पहुँची। जहाँ पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद 27 वर्षीय नेपाल सिंह डुमरकुंडी जिला देवघर झारखंड, विकास कुमार मंडल निवासी मिसरमा, जिला देवघर झारखंड, नितेय दास निवासी कसाटी जिला देवघर झारखंड, मनु कुमार दास निवासी कासीडीह जिला देवघर झारखंड को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार चारों आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज करते हुए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस मामले में सरगना सहित कुछ अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है। जिसकी तलाश में वहाँ डटी सरगुजा पुलिस अभी भी झारखंड में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दे रही है।