रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि बजट केवल दिखावा है. इस बजट में महिलाओं , व्यापारियों, विद्यार्थियों , युवाओं , किसानों के लिये कुछ भी नहीं है. वंदना राजपूत ने केंद्र पर सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया है. सरकार ने बजट में विनिवेश से आगामी वित्त वर्ष 2021-22 में 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है,इस लक्ष्य को पूरा करने सरकारी संपत्ति को बेचना कहाँ तक उचित है सरकार सब कुछ बेचने जा रही है ये कहाँ तक उचित है जनता जवाब माँग रही है। महिलाओं को विश्वास था कि एक महिला वित्त मंत्री जो बजट प्रस्तुत करेंगी वो महिलाओं के हित में होगा किंतु जिस प्रकार के बजट का स्वरूप इस बजट में देखने को मिला है इससे साफ-साफ ये प्रतीत हो रहा है कि ना तो ये बजट भारत की भोली भाली जनता को ध्यान में रखकर बनाया गया है ना ही इस संवेदनाहीन बजट में महिलाओँ का ही ध्यान रखा गया है।
गैस सिलेण्डर के दाम में हो रही अनवरत वृद्धि को लगाम लगाना तो दूर की बात है उल्टा केंद्र की सत्ता में बैठे हिटलरशाह दिन ब दिन गैस के दामों में हो रहे इज़ाफ़े की कवायद करते नज़र आते हैं। जिस प्रकार पेट्रोल और डीज़ल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है वो दिन दूर नहीं जब मध्यम वर्गीय परिवार को अपने सपनोँ को ताक पर रखकर केवल अपने घर को चलाने का चिंतन करना होगा क्योंकि यदि पेट्रोल और डीज़ल के दामों में वृद्धि होगी तो स्वभाविक रूप से रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तुओं जैसे तेल, मसाले, दाल, चावल आदि का मूल्य भी बढ़ जायेगा क्योंकि आयात और निर्यात का बजट भी पहले की अपेक्षा और भी अधिक हो जायेगा इन सभी तथ्यों पर बिना विचार किये जब इस बजट को प्रस्तुत किया गया तो स्पष्ट रूप से इस बात की पुष्टि हो गयी कि भारत की वित्तमंत्री महोदया को महिलाओं की रसोई की कोई चिंता नहीं है. भारत की वित्तमंत्री महोदया ने भारत की मासूम जनता को किंकर्तव्यविमूढ़ कर दिया है ।