छत्तीसगढ़

35 की उम्र सीमा, बड़े नेताओं के माथे पर पसीना

Admin2
12 Jan 2021 6:05 AM GMT
35 की उम्र सीमा, बड़े नेताओं के माथे पर पसीना
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भाजयुमो में नियुक्ति की उम्र दरकिनार करने की कवायद में बड़े नेता

समर्थकों को पदासीन करने पैसे और सोर्स का लगाया जा रहा जोर

सत्ताधारी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा लेने तेजतर्रार युवाओं की तलाश

संघ और विहिप से जुड़े आक्रामक नेताओं की होगी नियुक्ति

ज़ाकिर घुरसेना

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में इन दिनों में 35 वर्ष से कम उम्र के नेताओं की खोजबीन चालू हो गई है । दरअसल भारतीय जनता युवा मोर्चा में 35 वर्ष से कम उम्र के तेजतर्रार युवाओं की नियुक्ति होनी है संगठन द्वारा फरमान जारी किया गया है कि युवा मोर्चा में युवाओं को ही तरजीह दिया जाए ताकि वह अभी विपक्ष में है और विपक्ष में तेजतर्रार युवाओं की ही जरूरत पड़ती है जो समय काल परिस्थिति को देखते हुए कार्य कर सकें। चूंकि युवा हर विपरीत परिस्थिति में भी दमखम के साथ मोर्चा संभालते हैं यहां भाजपा विपक्ष में है और बहुत ही कम संख्या में विधायक हैं। इसलिए भाजपा के लिए विपरीत परिस्थिति भी कहे तो गलत नहीं होगा. भारतीय जनता युवा मोर्चा में ऐसे दमदार युवाओं की दरकार है जो धरना प्रदर्शन और सरकार के खिलाफ आंदोलन अच्छी तरीके से कर सकें । फिलहाल भाजयुमो को 35 से कम उम्र के कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष के रूप में नहीं मिल रहे हैं, जबकि भारतीय जनता युवा मोर्चा के 18 मंडल अध्यक्षों ने अपनी जवाबदारी बखूबी निभाई है। उनमें से 5 से 6 मंडल अध्यक्ष ऐसे हैं जो अभी भी काबिलियत रखते हैं ।

चरण स्पर्श संस्कृति हावी हो गई

भाजपा के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने बताया कि अब हमारी पार्टी संगठित नहीं रही जो पहले थी। यहां भी चरण स्पर्श संस्कृति हावी हो गई है साथ ही पूंजीवादी ताकतों के चंगुल में आ गई है । उन्होंने आगे बताया कि भाजपा में अच्छे से अच्छा कार्यकर्ता आज भी मौजूद हैं लेकिन किसी को चरण स्पर्श नहीं करनी तो किसी को आर्थिक आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया जा रहा है । ऐसा सिर्फ इसलिए हो रहा है ताकि अपने चहेतों या अपने रिश्तेदारों को उक्त पदों पर बिठा सकें । जबकि राष्ट्रीय संगठन के आदेश अनुसार 35 वर्ष से अधिक आयु के नेताओं कार्यकर्ताओं को युवा मोर्चा के में पदाधिकारी नहीं बनाना है। 35 वर्ष उम्र वालों को ही भाजयुमो में लेना है।

चहेतों और रिश्तेदारों के लिए कर रहे लाबिंग

जानकारी यह भी मिली है कि स्थानीय नेता अपने चहेतों या रिश्तेदारों को अध्यक्ष पद पर बिठाने या पदाधिकारी बनाने के लिए उम्र सीमा बढ़ाने की मांग करने वाले हैं । एक नेता ने तो यह भी कहा कि यह एनकेन प्रकारेण 35 वर्ष की उम्र पार कर चुके और 45 वर्ष के अपने चहेतों को हर हाल में ये पद पर आसीन करने का मन बना लिए हैं जो कि वास्तविक हकदार के साथ घोर अन्याय है ।

भाजपा को कांग्रेस से सबक लेना चाहिए

जिस प्रकार अभी कांग्रेस में देखने को मिल रहा है कि ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद बवाल मचा और पैसा देकर रिश्तेदारों को पद देने का आरोप लगाया जा रहा है। उसके बाद मचे बवाल को देखते हुए भाजपा को सबक लेना चाहिए । उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अच्छा होता कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी बनने के लिए 35 वर्ष की उम्र के साथ करोड़पति होना आवश्यक कर देते । इस संबंध में एक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता ने बताया प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित साहू 35 वर्ष के हैं प्रदेश के सांसद हैं और सभी अपना दायित्व बखूबी निभा रहे हैं दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता है जो पैसे की चमक के सामने गुमनाम हो गए हैं । विधानसभा में इतनी बड़ी हार के बाद भी संगठन बेलगाम नजर आ रहा है । भारतीय जनता युवा मोर्चा में सिर्फ अध्यक्ष का ही पद नहीं बल्कि अन्य पदाधिकारी जैसे महामंत्री उपाध्यक्ष आदि को देखें तो करीब 40 से 45 सदस्यों का समावेश रहता है।

योग्यता के नाम पर राजनीति

हालांकि प्रत्येक जिले में 35 वर्ष या उससे कम उम्र के काफी दावेदार मिल भी जाएंगे लेकिन योग्यता के नाम पर उनके नाम काट दिए जाएंगे। क्योंकि अभी देखा जा रहा हैं कि योग्यता का पैमाना जी हुजूरी और आर्थिक दृष्टि से संपन्नता को मानी जा रही है । भूपेश सरकार के खिलाफ अभी 13 जनवरी को भाजपा पूरे प्रदेश में धान खरीदी में हो रही अव्यवस्था बारदाने की कमी से किसानों को हो रही परेशानियों को लेकर विधानसभा स्तर पर प्रदर्शन करने वाली है । इस प्रदर्शन में युवा मोर्चा के लोगों को ही दमखम दिखाना है ।

नाराजगी को देखते हुए अटकी सूची

इस बीच भाजपा प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी का दो बार दौरा हो गया है इसके बावजूद भाजपा की सूची जारी नहीं हुई है । सूची जारी होने के बाद छूट गए नेताओं के आक्रोश की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता अगर प्रदर्शन के पहले सूची जारी होती है तो इसका प्रभाव प्रदर्शन में दिखेगा कार्यकर्ताओं की नाराजगी को ध्यान में रखकर पार्टी संगठन अभी अपने पत्ते नहीं खोले यह भी देखा गया है कि आर एस एस से जुड़े लोगों को भी पदाधिकारी बनाने दबाव है । आर एस एस की ओर से नाम भी भेजे जा रहे हैं साथ ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया जाना है, लेकिन उम्र फैक्ैटर आडें आ रही है इन्हीं सब बातों का हवाला देकर नेतागण उम्र सीमा में छूट की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

सूची चार-पांच दिन में जारी हो जाएगी। 35 वर्ष की उम्र का आदेश केंद्रीय संगठन से मिला है, ज्यादा करने का आदेश भी वहीं से आएगा. जिसकी संभावना कम है।

-नलिनेश ठोकने, मीडिया प्रभारी

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