
डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ में दो साल बाद क्वांर नवरात्रि पर मेला लगेगा। मेले को लेकर दर्शनार्थियों के लिए बेहतर सुविधा की व्यवस्था के लिए शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में मेला आयोजन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देने के साथ ही अहम निर्णय लिए गए है। इसमें यह बताया गया कि पदयात्री मार्ग के सभी दिशाओं में अस्थाई टॉयलेट की व्यवस्था और साफ-सफाई की व्यवस्था किया जाए। ऊपर मंदिर से लेकर नीचे मंदिर तक दुकानों की ओर से पॉलीथिन का उपयोग प्रतिबंधित किया जाएग। बैठक में यह भी बताया गया कि दुर्ग से राजनांदगांव आते समय पदयात्री बाईं ओर से आते हुए रामदरबार के पास, फ्लाईओव्हर के पास दाहिनी ओर के सर्विस रोड से डोंगरगढ़ प्रस्थान करेंगे। शारदीय नवरात्रि पर्व के प्रारंभ से समापन तक अमलीडीह से द्वार मार्ग पर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से रखी जाएगी। पदयात्री मार्ग पर नवरात्रि के पूर्व अस्थाई रूप से स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था कराई जाएगी।
दरअसल कोरोना संक्रमण काल के दो साल बाद इस साल डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी परिसर में विशाल मेला लगेगा। दूर दराज से आने वाले पदयात्रियों के लिए प्रशासन ने रूट का निर्धारण कर दिया है। कलेक्टर ने आज मेला प्रबंधन को लेकर बैठक ली, जिसमें अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। बता दें कि शारदीय नवरात्रि का पर्व 26 सितंबर से शुरू हो रहा है।
कलेक्टर डोमन सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर शारदीय नवरात्रि आयोजन के संबंध में मेला समिति और विभागीय अधिकारियों की हुई बैठक में मेला के सफल आयोजन के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कलेक्टर ने कहा कि डोंगरगढ़ मेला का विशेष महत्व है। नवरात्रि मेला में देशभर के श्रद्धालु मां बम्लेश्वरी दर्शन के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मेला का आयोजन नहीं हो सका था। इस वर्ष मेला का आयोजन होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और दर्शनार्थियों के आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने मेला समिति और विभागीय अधिकारियों को सभी आवश्यक कार्यवाही और तैयारी करने कहा है। मेला में विशेष आस्था और श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए लोगों की सुविधा का विशेष ध्यान रखते हुए कार्यवाही करें।