पुलिस, कोर्ट-कचहरी के बाद युवती को मिला प्यार, हुई मनपसंद शादी
सरगुजा। समाजसेवी मीरा शुक्ला को हाल ही में राज्य सरकार से राज्य अलंकरण पुरुष्कार से सम्मानित किया है. सम्मान मिलने के बाद उन्होंने फिर एक नेक कार्य किया है. एक युवती जिसका विवाह परिजन नही करा रहे थे. मीरा शुक्ला ने मां बनकर उस कन्या का विवाह कराया. स्वधार गृह के प्रांगण में ही मंडप सजाया गया और पूरी रीति रिवाज के साथ विवाह संपन्न कराया गया. मीरा पहले भी जरूरत मंद युवतियों का विवाह करा चुकी हैं. लेकिन इस बार विवाह की कहानी थोड़ा अलग है.
28 वर्षीय एक युवती ने मैरिज साइट शादी डॉट कॉम पर अपने लिए पसंद का लड़का चुन लिया था. युवक भी शादी के लिये तैयार था . लेकिन युवती के पिता और भाई इस रिश्ते के लिये राजी नही थे. जबकी युवती तय कर चुकी थी कि वह शादी करेगी तो उसी लडक़े से. घरवाले उस पर दबाव बनाने लगे तो उसने उनके खिलाफ थाने में शिकायत कर दी. मामले में पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए युवती को स्वधार गृह भेज दिया.
मीरा शुक्ला ने कन्यादान कर हिंदू रीति-रिवाज से दोनों की शादी कराई. MSSVP की संचालिका डॉ. मीरा शुक्ला से युवती की काउंसलिंग कराई गई. काउंसलिंग के दौरान भी युवती अपने मनचाहे वर से ही शादी करने पर अडिग थी. अंत में मीरा शुक्ला ने आकांक्षा की शादी कराने का फैसला लिया. मीरा शुक्ला ने किया कन्यादान : स्वधार गृह में रहने वाली अन्य युवतियों व स्टाफ के साथ मीरा शुक्ला शादी की तैयारी में जुट गईं. उन्होंने ना सिर्फ एक संस्था प्रमुख का दायित्व निभाया. बल्कि विवाह में एक मां की सारी भूमिका का भी निर्वाहन किया. शादी की शॉपिंग, मेहंदी , हल्दी रस्म तक में खुद मीरा शुक्ला शामिल रही.