फिर हिंदू धर्म को अपनाया, ईसा मसीह को मान रहे परिवार की हुई घर वापसी
जगदलपुर। बस्तर में धर्मांतरण का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है. वहीं लंबे समय के बाद बस्तर जिले में एक परिवार का घर वापसी का मामला सामने आया है. बघेल परिवार ईसाई धर्म को अपना लिया था, जो आज समाज के साथ हुई बैठक में फिर हिंदू धर्म को अपनाया है. वहीं अब गांव में उनके परिवार में मृत महिला का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से करने की तैयारी चल रही है.
बस्तर में दशकों से चल रहे धर्मांतरण में अब विवाद की स्थिति निर्मित होती नजर आ रही है. जिस तरह से नारायणपुर में हुए दंगे के बाद यह मुद्दा पूरे छत्तीसगढ़ के अलावा देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं बस्तर के किसी भी गांव में अगर ईसाई समुदाय के परिवार में कोई मृत्यु होती है तो शव दफनाने बड़ा बखेड़ा खड़ा हो जाता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया, जो बस्तर जिले के बड़े किलेपाल तीन नंबर का है. यहां गुरुवार को ईसाई समुदाय की एक महिला की मृत्यु हो गई थी. इस मृत्यु के बाद शव को दफनाने को लेकर स्थानीय ग्रामीण और ईसाई समुदाय में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई. कल से चल रही यह विवाद आज शांत होने के कगार पर है.
दरअसल स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि आप वापस हमारे धर्म में आ जाओ और हमारे रीति रिवाज के साथ शव का अंतिम संस्कार करो. काफी जद्दोजहद के बाद मृत महिला के परिवार घर वापसी के लिए राजी हो गया. फिर हिंदू रीति रिवाज को अपनाने की प्रक्रिया शुरू की गई. परिवार के लोग जगदलपुर के जगन्नाथ मंदिर पहुंच शुद्धिकरण के लिए यहां से पानी लेकर गए और अब घर वापसी की प्रक्रिया गांव में चल रही है.