छत्तीसगढ़

वीकएंड पार्टियों पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम

Admin2
8 Feb 2021 4:59 AM GMT
वीकएंड पार्टियों पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम
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होटलों-क्लबों में बदस्तूर जारी है अश्लील और नशे की पार्टियां

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी के वीआईपी रोड स्थित रेस्टोरेंटों में आए दिन बिना अनुमति के ही नशे की पार्टियां की जा रही है। वीआईपी रोड के सभी होटलों आए दिन नशे की पार्टियां फिर से गुलज़ार होने लगी है। मगर जैसे ही नए साल का जश्न ख़त्म हुआ वैसे ही नशे के सौदागरों की नजऱें फिर से वीआईपी रोड के होटलों में टिक गयी है। नागपुर के रास्तों से बार बालाओं को रायपुर लाया जाता है। हर दिन वीआईपी रोड की होटलों में नाच-गानों के साथ-साथ नशे का व्यापार भी करते है। आखिर कब नशे का कारोबार होगा बंद ? युवा पीढ़ी नशे के दलदल से आखिर कब बाहर निकलेगी ? आज नशा पूरी शहर के लिये चुनौती बना हुआ है। काफी पाबंदी के बाद भी लोग इसकी आगोश में आते जा रहे हैं। जिसका सीधा असर युवाओं पर साफ पड़ता दिख रहा है। नशे की समस्या से रायपुर भी अछूता नहीं रहा है। बल्कि यहां तो नशे के व्यापार में महिलाओं का नाम भी खुलकर सामने आ रहा है। शहर में गांजा, अफीम आदि नशे का कारोबार तेजी बढ़ रहा है। जिससे युवा पीढ़ी की गिरफ्त में आती जा रही है। नशे का सेवन कर रहे युवा नशे में डूबते जा रहे हैं। राजधानी में नशे की पार्टी का क्रेज़ एक बार फिर से युवाओं में खुमार बनाकर चढ़ा है।

डिमांड के आधार पर होती डिलीवरी

नशे के सौदागरों द्वारा डिमांड के आधार पर इसे मुंबई से मंगाया जा रहा है। इस महंगे नशे के ग्राहक बड़ी-बड़ी गाडिय़ों में घूमने वाले रईस हैं, जिनमें युवक-युवतियों से लेकर महिलाएं भी शामिल हैं। रायपुर में नवयुवक नशे के इतने आदी हो गए है कि नहीं मिलने पर पागलपन सवार हो जाता है, जिसके कारण अपराध बढ़ रहे है। राजधानी की संड़ांध मारती गली-मोहल्लों में पुडिय़ाबाजों ने अड्डा बना रखा है। जहां से वह घरों में सप्लाई कर रहे है। खबरदारों का कहना है कि इसके पीछे छुटभैया नेताओं का हाथ है, जो उनसे अवैध वसूली कर उन्हें बचाने के लिए संरक्षण देकर गांजा के काले कारोबार को बढ़ावा दे रहे है। गली-मोहल्ले में नशे का कारोबार करने वाले हर महीने एक निर्धारित राशि अपने मोहल्ले के नेताओं को नजराना पेश करते है।

नशे की पार्टियों में युवा हुए मदहोश

युवाओं में वीआईपी रोड की महंगी होटलों में नजऱे जमी हुई है। और हर दिन यहा हज़ारों युवा यहा पार्टी करने आते है। ड्रग्स, अफीम और डोडा का कारोबार जोर-शोर से चले जा रहा है। वही वीआईपी रोड की होटलों में नशे की पार्टी का आयोजन होने लगा है। शनिवार और रविवार की वीकेंड के मौके पर युवाओं ने रात-भर जमकर पार्टी की और नशे में मदहोश होकर झूमते रहते है। सिर्फ होटलों नहीं बल्कि रेस्टोरेंटो, ढाबों और क्लबों में भी नशे की पार्टी आयोजित की जाती है। वहां चोरी छिपे शराब पिलाने के साथ अफीम-डोडा और गांजा भी उपलब्ध कराया जाता है। ढाबे में ज्यादातर ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोग या बड़ी गाडिय़ां चलाने वाले आते हैं। घरों से बाहर रहकर पढऩे वाले भी कई छात्र-छात्राएं अक्सर ढाबे में नशा करने ही पहुंचते है। नशे के सौदागर भी युवतियों में नशे का ट्रेंड देखकर ही अफीम, ड्रग्स बेचने के लिए महिलाओं और युवतियों का सहारा लेते है।

बड़े शहरों से आती हैं बार-बालाएं, परोसती अश्लीलता

राजधानी में पार्टियां आयोजित करने के लिए दिल्ली से बुलाई जा रही डांसर बार बालाएं जो शहर के वीआईपी रोड के बड़े होटलों में युवाओं को शराब परोसने का ही काम कर रही है। नशे में झूमते लोग शबाब की अदाओं पर मदहोश रहते है। नशे की पार्टी का आयोजन कर नशे के सौदागर बार-बालाओं को अपने आयोजित की हुई पार्टी में आमंत्रित करते है और युवाओं में नशा परोसने के लिए भी कहते है। चुंकि विदेशी बालाओं को कोई युवा मना नहीं कर पाता तो वो विदेशी बालाएं उन्हें बड़ी ही सहजता से नशा कराती है। नशे की पार्टी में अश्लील डांस करती युवतियां मेहमानों को शराब भी परोसती है। पार्टी में मौजूद युवक भी उनके साथ झूमते है। देर रात करीब 10 बजे से रात 3 बजे तक नशीली पार्टी अपने शबाब पर होती है। नशे के सौदागरों ने लोगों को पार्टी कराने के लिए हॉल बुक करा रहे हैं।

पार्टी में नाचने वाली लड़कियां बुलाई गई जाती है। जो अश्लीलता परोसती है। लेकिन अधिक संख्या में होने के कारण उन्हें इस तरह के कृत्य के लिए रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। होटल में रंगीन पार्टी चल चलती है।

होटलों में पार्टी के लिए सोशल मीडिया को बनाया हथियार

वीआईपी रोड की होटलों में आयोजित हो रही पार्टियों के आमंत्रण के लिए नशे के सौदागरों ने अब सोशल मीडिया को अपना हथियार बना लिया है। रायपुर के युवाओं में नशे का ट्रेंड भी बदल गया है। पहले जहां शराब, हुक्का, कफ सिरफ, टैबलेट, गांजा आदि का सेवन अधिक किया जाता था, अब इसकी जगह पर बड़े घरों के युवा कोकीन, ब्राउन शुगर आदि का डोज तक लेने लगे हैं। नए साल की पार्टियों में नशे को खपाने के लिए होटलों के संचालकों ने सोशल मीडिया में विदेशी बार बालाओं की तस्वीरें लगाकर युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने लगे है। और ये तरीका जब कारगर साबित हुआ तब से हर दिन नशे की पार्टियों के आयोजन करने के लिए नशे के सौदागर सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाने लगे है।

एक रेस्टोरेंट ऐसा भी जहां वीकएंड पार्टी में लड़कियों को एंट्री

गौरतलब है कि बीते शनिवार को जनता से रिश्ता के संवाददाता ने एक रेस्टोरेंट में ऐसी एक पार्टी की वीडियो बनाई है। जिसमें सिर्फ लड़कियों को इंट्री दी गई। वहीं अब आगामी शनिवार की पार्टी में आयोजित की जा रही पार्टी में शराब और हुक्का खुलेआम परोसा जा रहा था। लड़कियों के साथ लड़कों की भी इंट्री हो रही थी। छुटभैय्ये नेताओं के संरक्षण में ऐसी पार्टी आयोजित कराने वाले तस्कर इंवेट कंपनियां पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं कि उनका कारोबार कभी बंद नहीं हो सकता। ऐसी खबर भी है कि शनिवार को हुई पार्टी में एक बड़े नेता के दो गुर्गे आपस में लड़ बैठे थे। हैरान करने वाली यह है कि क्वींस क्बल का मामला सामने आने और ड्रग तस्करी में ताबड़तोड़ गिरफ्तारी और कार्रवाई के बाद भी आखिर ऐसी पार्टियों का आयोजन कैसे हो पा रहा है। वीआईपी रोड पर स्थित किसी-न-किसी कैफे में ऐसी पार्टियों का बोर्ड रोज ही देखने को मिल रहा है। इन पार्टियों के लिए परमिशन कौन दे रहा है। आयोजकों को किसका संरक्षण मिल रहा है। खबर है कि आयोजकों कैफे-क्लब संचालकों को उसके संरक्षकों ने बाकायदा इस बात का भरोसा दिलाया है कि पार्टियों के दौरान पुलिस रेड नहीं करेगी। तो क्या पुलिस और प्रशासन ने इन्हें फिर से नशा परोसने की इजाजत दे दी है ?

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