जुमा मस्जिद के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में सदस्य बनने मची होड़
19 साल बाद होने जा रहे मुतवल्ली चुनाव के कारण रोचकता बढ़ी
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। जुमा मस्जिद में 19 साल बाद हो रहे मुतवल्ली चुनाव को लेकर समाजसेवियों की दिलचस्पी बढ़ गई है। जुमा मस्जिद शिया मुस्लिम समाज की सबसे बड़ी मस्जिद होने के कारण चुनाव को लेकर लोगों का रूझान देखने को मिल रहा है। साथ ही चुनाव की दावेदारी करने वाले दावेदार सदस्यों की सं या बढ़ाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे है। लेकिन वक्फ बोर्ड के आदेश के बाद भी नए सदस्य बनाने के बजाय पुराने सदस्यों और उनके परिवार के सदस्यों को ही जोड़ा जा रहा है। जबकि एक गुट सदस्यों की सं या बढ़ाने से पीछे हट रहा है। यह चुनाव सामाजिक विकास में भी अहमियत रखता है। जिसके कारण चुनाव को लेकर समाज में काफी गहमा-गहमी चल रहा है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड द्वारा एडहॉक कमेटी गठित कर शांति पूर्वक चुनाव करवाने की जि मेदारी सौंपी है। एडहॉक कमेटी में कुल सात लोगों को रखा गया है। कमेटी द्वारा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की अंतिम तिथि 17 सित बर रखी गई है। लेकिन शिया समुदाय के लगभग तीन दजऱ्न लोगों ने एडहॉक कमेटी के कार्य प्रणाली के विरोध में वक्फ बोर्ड को शिकायत किया है।
शिकायतकर्ताओं ने वक्फ बोर्ड से मांग की है कि शिया समुदाय के अनुसार मोमिनपारा स्थित हैदरी मस्जिद ही जुमा मस्जिद है जिसमें रायपुर शहर के शिया अशना अशरी जाफरी फि़क़्ह के मानने वाले इस मस्जिद में जुमे की नमाज़ अदा कर सकते हैं। और यह मस्जिद उन सभी के लिए इकलौती जुमा मस्जिद है लेकिन मतदाता सूची में नाम सिर्फ उन लोगों का जुड़ रहा है जो पहले से मेंबर हैं और उनके ही बालिग लड़कों को शामिल किया जा रहा है। जबकि वक्फ बोर्ड के आदेशानुसार रायपुर नगर निगम सीमा में रहने वाले सभी शिया अशना अशरी जमात के लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। प्रत्याशी और वोटरों के रुझान से ऐसा लगता है कि चुनाव काफी दिलचस्प होगा। शिकायत कर्ताओं ने यह भी बताया कि एडहाक कमेटी व्दारा नए मेंबर को शामिल करने के लिए जो फार्म उपलब्ध कराया जा रहा है उसमें यह शर्त लगा दी गई है कि केवल उन्हीं नेयक्तियों के नाम शामिल किए जाएंगे जो पिछली समिति के मेंबर के बच्चे है, ऐसी शर्त लगना पूर्णत: अवैधानिक तथा वक्फ बोर्ड के आदेश की अवहेलना है। वक्फ बोर्ड में अपने आदेश में स्पष्ट रूप से कहा था कि रायपुर नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले सभी शिया मुस्लिम जुमा मस्जिद मोमिनपारा के सदस्य हो सकते हैं। इस संबंध में एडहाक कमेटी के सदस्य शौकत अली से चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि ईद मिलादुन्नबी के बाद सभी को फार्म दिया जाएगा। चूंकि दो-माह 8 दिन मोहर्रम की वजह से इस काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बाद में सभी को फार्म दिया जाएगा।