फूड इंस्पेक्टर पर होगी कार्रवाई, मंत्री अमरजीत भगत ने कहा
एक जिम्मेदार नागरिक का कहना है कि फूड ऑफिसर के मोबाइल की जांच होनी चाहिए। उस मोबाइल में ऐसा क्या गोपनीय सामग्री रखी गई है जिसके चलते लाखों लीटर पानी बेवजह बहाया गया. सूत्रों के मुताबिक मोबाइल में घपले-घोटालों के डिजिटल दस्तावेज है. जांच उपरांत कई बड़े खुलासे हो सकते है. वही स्थानीय ग्रामीणों ने फूड ऑफिसर पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. एक ओर गर्मी के दिनों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. तो दूसरी तरफ एक मोबाइल के लिए लाखों लीटर पानी बर्बाद कर दिया गया.
रायपुर। फूड ऑफिसर से महंगे फोन को निकालने के लिए कांकेर जिले के पखांजूर स्थित खेरकट्टा परलकोट जलाशय को खाली कराए जाने का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि मामले की अभी जानकारी हुई है. आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि पखांजूर में पदस्थ फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास का महंगा मोबाइल खेरकट्टा परलकोट जलाशय में गिर गया था, जिसे निकालने के लिए एक-दो नहीं बल्कि तीन दिनों तक 30 एचपी का पंप लगाकर पानी निकाला गया था, जिसके बाद मोबाइल फोन बरामद हुआ था.
मंत्री अमरजीत भगत ने इसके साथ ही विभागीय समीक्षा बैठक को लेकर बताया कि उपभोक्ता संरक्षण परिषद की पहली बैठक है. सुप्रीम कोर्ट के नोटिफिकेशन के आधार पर सभी राज्य सरकारों को इसका गठन करना है. इसके लिए केंद्र और राज्य को मिला करके बैठक कर रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं के जागरूकता लाने के लिए काम करेंगे. संसद भवन के शिलान्यास को लेकर बीजेपी के आरोप पर मंत्री भगत ने कहा कि अजय चंद्राकर से मैं जानना चाहता हूं कि क्या वह राज्यपाल के प्रवक्ता है, या प्रतिनिधि है. अगर होंगे तो उनसे पूछे क्या वह स्थिति में यहां पर उपस्थित है. तत्कालीन राज्यपाल उस समय प्रदेश में उपस्थित नहीं थीं, जिस वजह से यह स्थिति बनी थी.