डंडे मारने वाली महिला शिक्षक पर होगी कार्रवाई, प्राचार्य ने माना गलती
जशपुर। दो मिनट के रिसेस के बाद क्लासरूम में देर से घुसने की वजह से एक महिला टीचर ने तीन बच्चों को डंडे से इतना पीटा कि उनके शरीर पर डंडे के निशान पड़ गए। बच्चों ने पिटाई की बात जब घर में अभिभावकों को बताई तो वे शरीर पर चोट के निशान देख भड़क उठे। अभिभावकों ने गुरुवार को स्कूल में पहुंचकर जमकर हंगामा किया। मामला तपकरा के जबला स्थित मिशन संचालित ज्ञानोदय इंग्लिश मीडियम स्कूल का है। बुधवार को शॉर्ट रिसेस के बाद कुछ बच्चे खेलने लगे और खेलने के चलते उन्हें क्लास रूम पहुंचने में 2 मिनट देरी हो गई।
क्लासरूम में देर से घुसने की सजा के रूप में वहां की शिक्षिका अगाथा ने बच्चों को डंडे से पीटना शुरू कर दिया। डंडे से बच्चों के हांथ, कंधे, पीठ में चोटें आईं। कई बच्चों के पीठ व कंधे पर डंडे से वार के निशान पड़ गए हैं। शिक्षिका की इस तरह से पिटाई देख क्लासरूम में बैठे बाकी बच्चे भी सहम उठे और शांत बैठे रहे। बच्चे पिटाई के दौरान चीख रहे थे लेकिन दूसरे क्लासरूम से भी अन्य शिक्षक नहीं पहुंचे जो कि शिक्षिका के इस बर्ताव को रोकते।
अभिभावकों ने इसकी शिकायत संस्था के प्राचार्य अंलना पाले से की। प्राचार्य अंजना पाले ने स्कूल प्रबंधन की गलती स्वीकार की है, पर कहा है कि शिक्षिका ने बच्चों को इस तरह से पीटकर गलत किया है। शिक्षिका के विरूद्ध संस्था आवश्यक कार्रवाई करेगी।