छत्तीसगढ़

घोटालेबाज बीटगार्ड पर हुई कार्रवाई, फर्जी वनसमिति गठित मामले में जांच जारी

Nilmani Pal
16 Feb 2023 8:03 AM GMT
घोटालेबाज बीटगार्ड पर हुई कार्रवाई, फर्जी वनसमिति गठित मामले में जांच जारी
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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। मरवाही वनमंडल के बहुचर्चित नेचर कैम्प घोटाले के मामले में कार्यवाही और जांच शुरू हो गई है। प्रथम दृष्ट्या घोटाले के मास्टरमाइंड बीट गार्ड को हटाकर डीएफओ कार्यालय अटैच किया गया है, वहीं दो वनमण्डल की टीम इस पूरे मामले की जांच में पहुंची है।

दरअसल, मामला मरवाही के नेचर कैंप और साल्हेकोटा वन प्रबंधन समिति से जुड़ा हुआ है, जहां मरवाही रेंज के साल्हेकोटा वनप्रबंधन समिति अंतर्गत आने वाले नेचर कैम्प गगनई में नेचर कैम्प प्रबंधन समिति जामवंत माड़ा गगनई के नाम से फर्जी वनसमिति गठित कर लाखों की राशि निकाल ली गई थी। जिसकी शिकायत वनप्रबंधन समिति साल्हेकोटा के अध्यक्ष द्वारा डीएफओ कार्यालय समेत पुलिस अधीक्षक से की गई थी । जिसमें सीसीएफ के निर्देश पर बिलासपुर डीएफओ कुमार निशांत समेत त्रिस्तरीय जांच समिति गठित की गई थी।

इसके साथ ही मरवाही डीएफओ ने घोटाले के आरोपी बीटगार्ड सुनील चैधरी को डीएफओ कार्यालय में अटैच किया था, जबकि इसके पहले पेण्ड्रा एसडीओ रविन्द्र निराला ने अपनी जांच में घोटाले की पुष्टि पाई थी पर बावजूद इसके बीट गार्ड को निलंबित तक नही किया गया है। अब जबकि एक बार फिर बिलासपुर डीएफओ के नेतृत्व में जांच दल नेचर कैम्प पहुंचा तो यहां भी उक्त घोटाले आरोपी बीट गार्ड से मेजरमेंट इत्यादि कार्य कराते हुए नजर आए हैं, जिससे इस पूरे मामले में उच्चाधिकारियों की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है।


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