आरोपी पूर्व में भी चोरी के प्रकरण में थाना डी डी नगर से रह चुका है जेल निरूद्ध।
आरोपी के कब्जे से चोरी की सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम किया गया है जप्त।
जप्त मशरूका की कीमत है 1,26,000/- रूपये।
आरोपी के विरूद्ध थाना डी डी नगर में अपराध क्रमांक 383/20 धारा 454, 380 भादवि. का अपराध किया गया है पंजीबद्ध।
रायपुर। राजधानी में आये दिन चोरी की वारदातों को लोग अंजाम देते जा रहे है मगर जिस गति से चोरी हो रही है उसी गति से पुलिस भी अपना काम कर रही है और अपराधियों को पकड़ कर सलाखों के पीछे दाल रही है। इसी के चलते आज डीडी नगर थाना पुलिस ने सूने मकान में चोरी करने वाले आरोपी को आज गिरफ्तार किया जिसके पास से पुलिस ने 1 लाख 26 हज़ार का सामान जब्त किया है। खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि डी.डी.नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रायपुरा के पास एक सूने मकान का ताला तोड़कर आरोपी ने इस वारदात को अंजाम दिया था। और इस घटना के कुछ ही घंटों के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ डी डी नगर थाना में अपराध क्रमांक 383/20 धारा 454, 380 के तहत का अपराध पंजीबद्ध किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में थाना डी.डी. नगर की टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करते हुये घटना के संबंध में प्रार्थी एवं आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ मुखबीर लगाकर अज्ञात आरोपी की पतासाजी की जा रही थी। तरीका वारदात के आधार पर इस प्रकार क अपराध कारित करने वाले पुराने आरोपियों के संबंध में भी जानकारी एकत्रित किया जाकर इनकी गतिविधियों पर सतत निगाह रखीं जा रही थी। इसी दौरान टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि आयोध्या नगर चंगोराभाठा डी.डी.नगर निवासी दिनेश बिसेन उर्फ गोलू जो कि पूर्व में भी चोरी के प्रकरण में जेल निरूद्ध रह चुका है, को दिनांक घटना को घटना स्थल के आसपास संदिग्ध अवस्था में देखा गया था। जिस पर टीम द्वारा दिनेश बिसेन उर्फ गोलू को पकड़कर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा चोरी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया।
गिरफ्तार - दिनेश बिसेन उर्फ गोलू पिता गजानंद बिसेन उम्र 27 साल निवासी आयोध्या नगर
चंगोराभाठा डी डी नगर रायपुर।
आरोपियों को गिरफ्तार करने एवं मशरूका बरामद करने में निरीक्षक योगिता खापर्डे थाना प्रभारी डी.डी.नगर, स उ नि एम मिश्रा, प्र.आर. बाघमार, आर. गुरूदयाल सिंह, अभिलाष नायर एवं दीपक पाण्डेय का महत्वपूर्ण योगदान रहा।