छत्तीसगढ़

खुद को बचाने अनाप-शनाप बयान दे रहे आरोपी जीपी : भूपेश

Nilmani Pal
16 Jan 2022 6:11 AM GMT
खुद को बचाने अनाप-शनाप बयान दे रहे आरोपी जीपी : भूपेश
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रायपुर (जसेरि)। आय से अधिक संपत्त और अवैध उगाही के मामलों में फंसे निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के ताजा बयान से छत्तीसगढ़ का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। जीपी सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पॉलिटिकल विक्टिमाइजेशन बताया था। उसके बाद भाजपा जीपी सिंह के समर्थन में खड़ी हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, खुद को बचाने के लिए जीपी सिंह अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं यह ठीक नहीं है।

भाजपा विधायक दल के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा, निलंबित एडीजी जीपी सिंह ने बयान दिया है कि मौजूदा सरकार की ओर से नान मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर करने, केस में फंसाने तथा गवाह के ऊपर दबाव डालने का प्रयास किया गया। जीपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में भी यह शपथपत्र दिया है कि किस प्रकार से गवाहों के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया गया है। कौशिक ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके द्वारा पत्र लिख गया कि नान घोटाले में फंसे दो अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई होनी चाहिए। कौशिक ने कहा, इस प्रकार से अगर सरकार चलेगी और दबाव बनाएंगे तो कैसे निरपेक्ष भाव की अपेक्षा कर सकते हैं। जिस प्रकार से दबाव बनाकर निरपराध लोगों के फंसाने का काम किया जा रहा है जो सर्वथा अनुचित है।

करीबियों से होगी पूछताछ, नए दस्तावेज मिले : आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार निलंबित एडीजी जीपी सिंह से एसीबी के अधिकारियों ने रिमांड में लगातार तीसरे दिन पूछताछ की। पूछताछ और जांच में कुछ नए दस्तावेज मिले हैं। जिसके आधार पर अब टीम जांच करेगी। वहीं जीपी के दोनों मोबाइल फोन को डिकोड करने के लिए बाहर भेजा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि फोन से कई अहम राज मिलेंगे। जीपी सिंह खुद को मोबाइल नहीं होना बताकर लाक नहीं खोल रहे। टीम अब अब मामले में जीपी की मदद करने वालों से पूछताछ करने की तैयारी में है। इसमें बैंक मैनेजर, ड्राइवर सहित कुछ लोगों के नाम हैं, जिनसे पूछताछ कर टीम सबूत जुटाएगी।

दिल्ली व स्थानीय पत्रकारों के संपर्क में थे जीपी सिंह

आरोपी जीपी सिंह अपने आप को बचाने के लिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं । सूत्रों से जानकारी सामने आ रही है कि दिल्ली में रहकर जीपी सिंह ने अपने आप को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया, यहां तक कि अपने कुछ पत्रकार दोस्तों के साथ मिलकर राज्य सरकार से समझौता करने का भी प्रयास किया, लेकिन सरकार किसी भी समझौते के मूड में नहीं थी। सरकार से अहमियत नहीं मिलने की वजह से जीपी सिंह बहुत ही ज्यादा परेशान थे और भूपेश बघेल के खिलाफ अपने पत्रकार मित्रों का उपयोग किया। पिछले आठ माह में जितना भी अभियान भूपेश सरकार के खिलाफ दिल्ली से चलाया गया उसमें जीपी सिंह और प्रमुख स्टिंग मास्टर दोनों की मिलीभगत सामने आ रही है। चर्चा यह भी है कांग्रेस के कुछ बड़े नेता और वर्तमान कांग्रेस के बड़े पदाधिकारी और प्रमुख स्टिंग मास्टर व दिल्ली के कुछ पत्रकार सभी लोगों के फोन की पुलिस उच्च स्तरीय जांच कराने की तैयारी कर रही है। राष्ट्र्रीय स्तर के दो पत्रकारों ने पक्के सबूत के साथ जीपी सिंह के साथ संपर्क होने का प्रमाण होने की बात जनता से रिश्ता के दिल्ली संवाददाता को बताया था। जीपी सिंह ने अनेकों बार प्रयास किए कि किसी तरह सरकार से बात बन जाए। दिल्ली के कुछ पत्रकार लगातार छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ अभियान चलाए थे उसी दौरान दिल्ली के दो प्रमुख पत्रकारों ने जीपी सिंह के मामले में मध्यस्था करने रायपुर के प्रमुख अखबारनवीश से संपर्क साधा था।

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