
बिलासपुर। स्थानीय रजिस्ट्री ऑफिस के सामने 17 अक्टूबर 2022 को सुनियोजित लामबंद होकर जानलेवा हमला करने के फरार आरोपियों में से एक आरोपी शेख खलील डल्ला को बिलासपुर सिविल लाइन पुलिस ने धर दबोचा है और उन्हें गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है। वही धारा 307 के दो अन्य आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर हैं। खबर है कि दोनों ही आरोपी बिलासपुर में देखे जा रहे हैं एक आरोपी शेख आदिल डल्ला बिलासपुर स्थित एक कॉलेज का असिस्टेंट प्रोफेसर है और वह बराबर कॉलेज में पढ़ा रहा हैं और कोचिंग क्लास भी चला रहा हैं जबकि दूसरा आरोपी अब्बास सैफी भी पुलिस से नजर बचाकर यहां - वहां घूम रहा है और अन्य कार्यों में लगा हुआ है। पुलिस को दोनों ही आरोपियों के संबंध में बराबर खबर है किंतु उन्हें इस गिरफ्तारी से कोई सरोकार नहीं है। रजिस्ट्री ऑफिस के सामने ताबड़तोड़ हमले के पांच आरोपी विगत 75 दिनों से जेल में बंद है और तीन आरोपी फरार है जिसमें से 70 दिनों बाद एक आरोपी को अभी पुलिस ने पकड़ा है।
यहां यह जानना जरूरी है की सिविल लाइन थाना बिलासपुर अंतर्गत रजिस्ट्री ऑफिस में के सामने गिरोह बनाकर 8 व्यक्तियों ने चार लोगों पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए धारदार हथियार, डंडा - राड से चार व्यक्तियों शेख मकसूद, शेख जलील, शेख शहजादा और शेख मोहम्मद पर हमला किया था। सूचना के मुताबिक शेख मकसूद के पेट में चाकू मारा गया था और पेट की आंते बाहर निकाल दी गई थी जिसका अभी भी उपचार चल रहा है। शेख शहजादा के सिर और सीने में वार किया गया था शेख मोहम्मद के गर्दन, सिर पर वार किया गया था, जिनकी एक आंख से घटना के बाद दिखाई देना बंद हो गया है ऐसी खबर है। दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद पुलिस ने धारा 307 के साथ-साथ चार अन्य धाराओं पर मामला पंजीबद्ध किया गया था। फरार आरोपी शेख खलील डल्ला के गिरफ्तारी के बाद यह चर्चा गर्म है कि दो अन्य आरोपी शेख आदिल डल्ला और अब्बास सैफी को पुलिस गिरफ्तार करने में मुस्तैदी क्यों नहीं दिखा रही है जबकि उनके ठिकानों का उन्हें पता है?
